दिल्ली। महादेव ऑनलाइन बुक (एमओबी) मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कई मशहूर हस्तियों सहित 30 से ज्यादा बॉलीवुड स्टार्स की पहचान की है, जिन्होंने पिछले साल सितंबर में और इस साल फरवरी में संयुक्त अरब अमीरात में कंपनी प्रमोटरों के दो इवेंट्स में हिस्सा लिया था।
ईडी के सूत्रों के अनुसार, एजेंसी ने एमओबी के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल को नए समन जारी किए, जिनके बारे में कहा जाता है कि वे संयुक्त अरब अमीरात के दुबई में हैं, उसी दिन उन्होंने कॉमेडियन कपिल शर्मा, अभिनेत्री हुमा कुरेशी और हीना खान को पूछताछ के लिए समन जारी किया था। ईडी ने बॉलीवुड अभिनेता रणबीर कपूर को भी पूछताछ के लिए बुलाया है।
सूत्र ने कहा कि बॉलीवुड, टेलीविजन इंडस्ट्री और साउथ फिल्म इंडस्ट्री सहित 30 से ज्यादा मशहूर हस्तियों को गवाह के रूप में अपना बयान दर्ज करने के लिए तलब किए जाने की संभावना है।
सूत्र ने कहा कि उनमें से कई लोग पिछले साल सितंबर में एमओबी की सक्सेस पार्टी में शामिल हुए थे, जबकि कई अन्य इस साल फरवरी में दुबई में चंद्राकर की शादी की पार्टी में शामिल हुए थे।
सूत्र ने बताया कि इन हस्तियों से सितंबर 2022 में दुबई के एक होटल में आयोजित इवेंट में शामिल होने के बदले उन्हें दिए गए कथित भुगतान के बारे में पूछा जाएगा।
सूत्र ने कहा कि यूएई में एमओबी के इवेंट्स में भाग लेने वाले मशहूर हस्तियों के बयान दर्ज करने के बाद, एजेंसी यह तय करने के लिए उनके दावों को वेरिफाई करेगी कि उन्हें उनके खिलाफ आगे बढ़ने की जरूरत है या नहीं।
सूत्र ने कहा कि एजेंसी ने जांच के दौरान तीन से चार मशहूर हस्तियों के समूह की पहचान की है जो इवेंट्स में भाग ले रहे थे, अपने मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन को प्रोमोट कर रहे थे और अपने प्रोडक्ट का प्रचार भी कर रहे थे।
सूत्र ने कहा कि वित्तीय जांच एजेंसी को पिछले महीने की गई तलाशी के दौरान होटल्स की पेमेंट्स और ट्रांसपोर्ट डिटेल्स मिली थी।
आरोप है कि एमओबी ने दुबई में मैरिज सेरेमनी प्रोग्राम पर लगभग 200 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसमें परिवार के सदस्यों को नागपुर से संयुक्त अरब अमीरात तक ले जाने के लिए प्राइवेट जेट किराए पर लिए गए।
ईडी की जांच में यह भी पाया गया कि शादी में परफॉर्म करने के लिए मशहूर हस्तियों को काम पर रखा गया था। वेडिंग प्लानर, डांसर, डेकोरेटर आदि को मुंबई से काम पर रखा गया था और कैश पेमेंट्स करने के लिए हवाला चैनलों का इस्तेमाल किया गया था।
ईडी ने कहा कि उनके द्वारा एकत्र किए गए डिजिटल साक्ष्य के अनुसार, योगेश पोपट की इवेंट मैनेजमेंट कंपनी आर-1 इवेंट्स प्राइवेट लिमिटेड को हवाला के जरिए 112 करोड़ रुपये पहुंचाए गए और एईडी में कैश पेमेंट कर 42 करोड़ रुपये की होटल बुकिंग की गई। इसमें यह भी कहा गया कि पोपट, मिथिलेश और अन्य जुड़े आयोजकों के परिसरों की तलाशी के दौरान 112 करोड़ रुपये की हवाला राशि प्राप्त होने से संबंधित सबूत सामने आए।
ईडी ने एमओबी ऐप के मनी लॉन्ड्रिंग ऑपरेशन में शामिल अन्य प्रमुख प्लेयर्स की भी सफलतापूर्वक पहचान की है।
एजेंसी ने कहा, “यह पाया गया कि कोलकाता स्थित विकास छपारिया महादेव ऐप के लिए हवाला से संबंधित सभी ऑपरेशन संभाल रहा था।”
ईडी ने उनके ज्ञात परिसरों और गोविद केडिया जैसे उनके सहयोगियों के यहां तलाशी ली, जहां पाया गया कि केडिया की मदद से, चपारिया अपनी संस्थाओं परफेक्ट प्लान इन्वेस्टमेंट्स एलएलपी, एक्ज़िम जनरल ट्रेडिंग एफजेडसीओ और टेकप्रो आईटी सॉल्यूशंस एलएलसी के माध्यम से विदेशी पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) मार्ग से भारतीय शेयर बाजार में भारी निवेश कर रहे थे।
एजेंसी ने कहा कि केडिया की डीमैट होल्डिंग्स में 160 करोड़ रुपये की संपत्ति भी ईडी द्वारा जब्त कर ली गई है।
ईडी एमओबी बेटिंग ऐप की जांच कर रही है, जो अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों को नए यूजर्स को नामांकित करने, यूजर आईडी बनाने और बेनामी बैंक खातों के एक स्तरित वेब के माध्यम से धन शोधन करने में सक्षम बनाने के लिए ऑनलाइन प्लेटफॉर्म की व्यवस्था करने वाला एक प्रमुख सिंडिकेट है।
15 सितंबर को ईडी ने कहा था कि उसने मामले के सिलसिले में कोलकाता, भोपाल, मुंबई में तलाशी के बाद 417 करोड़ रुपये जब्त किए हैं।
एक बयान में, वित्तीय जांच एजेंसी ने कहा था कि ईडी ने हाल ही में कोलकाता, भोपाल, मुंबई आदि शहरों में महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क के खिलाफ व्यापक तलाशी ली और बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक सबूत हासिल किए और 417 करोड़ रुपये की अपराध आय को फ्रीज या जब्त कर लिया है।
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