RAS Mains/जयपुर। राजस्थान प्रशासनिक सेवाओं की सबसे बड़ी भर्ती आरएएस की मुख्य परीक्षा तिथि को आगे बढ़ाने की मांग लगातार जोर पकड़ रही है। इसी कड़ी में अभ्यर्थियों ने आज राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर प्रदर्शन किया और सरकार से परीक्षा तिथि आगे करवाने की मांग की।
परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों ने परीक्षा अपने तय समय से 2 महीने आगे करने की मांग कर रहे हैं। वहीं अब सवाल उठ रहा है कि भजनलाल सरकार परीक्षी की तारिखों में बदलाव करेगी? बता दें आयोग द्वारा मुख्य परीक्षा 27 और 28 जनवरी को ली जानी है।
अभ्यर्थियों ने कहा कि आयोग की ओर से प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम के बाद मुख्य परीक्षा की तिथि घोषित की गई, जिसमें मात्र तीन महीने का समय दिया गया, जो कि अब तक का सबसे कम है।
वहीं, विधानसभा चुनाव की ड्यूटी में लगे सरकारी सेवाओं में कार्यरत अभ्यर्थियों ने कहा कि इस परीक्षा को लेकर उन्हे तैयारी करने का समय नहीं मिला, इसलिए परीक्षा की तिथि आगे को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं।
अभ्यर्थियों ने बताया कि कि भाजपा ने भर्तियों में पारदशिर्ता की बात कही थी लेकिन अभी आरपीएससी की प्रिंटिंग प्रेस और पेपर बनाने वाले एक्सपर्ट वहीं जो पिछली सरकार में थे, वह अभी संदेह के घेरे में हैं। इसके साथ ही युवाओं ने बताया कि आरपीएससी के वर्तमान अध्यक्ष के कार्यकाल में कई भर्तियों के पेपर आउट हुए थे। इनका अगस्त 2024 में कार्यकाल पूरा हो रहा है। उससे पहले वह आरएएस मेंस और इंटरव्यू करवाना चाहते हैं जो अभ्यर्थियों के मन में संदेह पैदा करता है।
अभ्यर्थियों के अनुसार आयोग की ओर से हमेशा यह तर्क दिया जाता है कि वह यूपीएससी की तर्ज पर कार्य कर रहा है, जबकि यूपीएससी अपनी आगामी परीक्षाओं का कैलेंडर 1 साल पहले जारी कर देता है।
जिससे अभ्यर्थी को यह पता होता है कि उसकी प्रारंभिक प्ररीक्षा एवं मुख्य परीक्षा कब आयोजित की जाएगी। जबकि आरपीएससी प्रारंभिक परीक्षा के परिणाम के बाद मुख्य परीक्षा की तारीख बताता है, जिसके कारण कम समय में अभ्यर्थी पाठ्यक्रम की तैयारी नहीं कर पाता।
गौरतलब है कि बीते साल 1 अक्टूबर को आरएएस प्रारंभिक परीक्षा-2023 का आयोजन हुआ था। इसमें राज्य सेवा के 491 और अधीनस्थ सेवा के 481 सहित कुल कुल 972 पद अधिसूचित हैं। प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम 20 अक्टूबर को जारी किया जाकर 19 हजार 348 अभ्यर्थियों को आरएएस मेंस परीक्षा के लिए पात्र घोषित किया गया है।