रायपुर। छत्तीसगढ़ के चर्चित महादेव एप मामले में केन्द्रीय एजेंसी ईडी की जांच अंतिम चरण में है। कुछ लोगों के खिलाफ चार्ज शीट भी पेश किए जा चुके हैं। इस मामले में जांच पूरी होने के बाद शामिल बड़े से बड़े लोगों को भी बख्शा नहीं जाएगा। विधानसभा में प्रश्न कल के दौरान भाजपा के विधायक पूर्व मंत्री राजेश मूणत के सवाल का जवाब देते हुए उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने भरोसा दिलाया कि इस मामले में शामिल मगरमच्छों को भी नहीं छोड़ा जाएगा।प्रश्नकाल के दौरान इस मुद्दे पर करीब आधे घंटे तक चर्चा हुई।
छत्तीसगढ़ में पिछले काफी समय से चर्चित महादेव सट्टा ऐप को लेकर भाजपा विधायक राजेश मूणत ने विधानसभा में सवाल किया था । उन्होंने जानना चाहा था कि जनवरी 2020 से नवंबर 2023 तक महादेव सट्टा एप और अन्य सट्टा एप के संबंध में किसके द्वारा, कब-कब ,क्या-क्या शिकायत की गई है। उन्होंने शिकायतवार जानकारी मांगी। इन शिकायतों पर क्या-क्या कार्यवाही की गई। यदि नहीं की गई तो क्यों। उन्होंने यह भी पूछा था कि क्या यह सही है कि इस संबंध में विभिन्न थानों में शिकायत /एफआईआर भी दर्ज की गई है। यदि हां तो किन-किन थानों में, किन के द्वारा, कब और किनके विरुद्ध शिकायत दर्ज की गई है। इस सब पर क्या-क्या कार्रवाई की गई है।। उन्होंने जानना चाहा था कि क्या महादेव सत्ता एप के संबंध में केंद्रीय एजेंसी ईडी के द्वारा कार्रवाई की गई है तथा क्या चालान या जानकारी राज्य शासन को उपलब्ध कराई गई है। यदि हां तो इसमें किस-किस को किन-किन कारणों से आरोपित किया गया है ।आरोपी वार जानकारी उन्होंने चाही थी।
उपमुख्यमंत्री , गृह मंत्री विजय शर्मा ने जवाब दिया कि छत्तीसगढ़ राज्य में महादेव सट्टा एप को लेकर कल 28 शिकायतें प्राप्त हुई हैं। अन्य सट्टा एप में शिकायत शून्य है। यह सवाल उठाने वाले भाजपा विधायक राजेश मूणत का कहना था कि पिछली सरकार ने गोलबंदी कर प्रदेश के नौजवानों को ठगने और गलत काम में लगाने का काम किया। जवाब देते हुए उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने स्वीकार किया कि बहुत सारे नौजवानों नें महादेव एप में फंसकर बर्बादी का रास्ता अपनाया है। उन्होंने बताया कि 2022 से इस मामले में 90 एफआईआर दर्ज हुए। रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, जांजगीर और सूरजपुर में भी मामले दर्ज किए गए। 67 मामलों में से 54 में चालान पेश किया जा चुका है। महादेव ऐप को दुबई से संचालित करने की बात सामने आई है। इस पर सरकार की ओर से लुक आउट वारंट जारी किया गया है और प्रत्यर्पण की कार्रवाई चल रही है। कई बैंक अकाउंट फ्रिज भी किए गए हैं और इस संबंध में आगे की कार्रवाई भी चल रही है।
उन्होंने बताया कि महादेव सट्टा मामले को लेकर जिम्मेदार लोगों को सस्पेंड और बर्खास्त करने की कार्रवाई भी की गई है। उन्होंने कहा कि मामले की जांच केंद्रीय एजेंसी ईडी कर रही है । इसे लेकर कई तरह की चर्चाएं मीडिया में आ रही हैं। लेकिन जैसे ही प्रामाणिकता के साथ विभाग को जानकारी मिल जाएगी , 1 घंटे के अंदर कार्रवाई होगी ।
इस मामले में विधायक राजेश मूणत ने कई और प्रति प्रश्न किए। उन्होंने कहा कि इस मामले में छोटी मछलियों से लेकर बड़े लोगों तक कार्रवाई होनी चाहिए।साथ ही अफ़सरों की ओर इशारा करते हुए कहा कि विभाग के लोग गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।ये किसी के नहीं होते। इन्हे बचाया नहीं जाना चाहिए । इस पर उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि एक-एक अकाउंट को खंगाल कर देखा जा रहा है कि रुपया किस तरह दुबई तक पहुंचता था। नागपुर से दुबई तक भेजे गए चार्टर प्लेन में कौन बाराती शामिल थे ,इस पर भी जांच की जा रही है । फरार लोगों की संपत्ति जप्त करने की कार्यवाही भी की जा रही है। इस मामले में भाजपा विधायक रिकेश जैन ने भी कहा कि कई अफसर और नेताओं के पास इसकी आईडी थी। उन पर भी कार्रवाई की जानी चाहिए। मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि कानून का राज होगा। इस मामले में 482 लोगों की गिरफ्तारी हुई है ।जिन अफसरों को लेकर चर्चा हो रही है, उनके संबंध में प्रमाणित होने पर कार्यवाही की जाएगी । जिस पर सदस्यों को चिंता नहीं होनी चाहिए।
इस मुद्दे पर भाजपा के वरिष्ठ विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि इस तरह का सट्टा बिना सरकार के संरक्षण में नहीं फल- फूल सकता। उन्होंने उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा को सुझाव दिया कि चार्टर प्लेन लेकर यूपी जाएं और वहां से देख समझ कर यहां भी बुलडोजर की कार्रवाई करें। पुलिस का खौफ होना चाहिए। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि महादेव सट्टा में लाखों करोड़ों रुपए बर्बाद हुए हैं। इस मामले में संरक्षण देने वाले लोग घूम रहे हैं। उनके खिलाफ कार्यवाही की जानी चाहिए। इस बीच भाजपा के वरिष्ठ विधायक पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर ने कहा कि अभी पर्याप्त उत्तर नहीं आया है । यह ज्वलंत विषय है । इस पर समय सीमा के अंदर कार्रवाई की जानी चाहिए । सत्ता पक्ष के कई विधायकों ने भी इस बात पर जोर दिया कि मामले की जांच कर दोषी लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। मंत्री विजय शर्मा ने कहा कि इस मामले में शामिल चाहे कितना भी बड़ा मगरमच्छ हो उसे बख्शा नहीं जाएगा।।