नव निर्मित आवास लोकार्पण कार्यक्रम के दौरान मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि किसी भी जिले में न्यायिक कर्मचारियों के लिए सर्वसुविधायुक्त रहवासी कालोनी उत्साहवर्धन करने वाला होता है। न्यायिक कर्मचारियों के कार्यकुशलता की दक्षता में वृद्धि होती है। न्यायिक कॉलोनी का निर्माण ऐसा हो कि राज्य के लिए एक मिसाल साबित हो।
मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि हमें राज्य के न्यायालयों को काम करने के बेहतर माहौल और सुविधा प्रदान करना है। निश्चित रूप से परियोजना न्यायिक कर्मचारियों के लिए आवास प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। लोकार्पण कार्यक्रम को न्यायाधीश नरेन्द्र कुमार व्यास ने संबोधित किया। उन्होने बताया कि लोरमी के न्यायिक कर्मचारियों के लिए एक जी टाईप, सात एच टाईप और चार आई टाईप सर्वसुविधायुक्त शासकीय आवासगृह का निर्माण किया गया है।
इस अवसर पर प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीशमाननीय चन्द्रकुमार अजगले ने मुख्य न्यायाधिपति रमेश सिन्हा, न्यायाधीश नरेन्द्र कुमार व्यास का स्वागत किया। सारधा लोरमी तहसील में नई सर्वसुविधायुक्त रहवासी कॉलोनी की सौगात देने के लिए कृतज्ञता भी जाहिर किया।
लोकार्पण कार्यक्रम में जिला एवं सत्र न्यायाधीश चन्द्रकुमार अजगले, प्रथम जिला न्यायाधीश नीरज शर्मा, परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश कीर्ति लकड़ा, विशेष न्यायाधीश स्वर्णलता टोप्पो, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट बलराम देवांगन, न्यायिक मजिस्ट्रेट रेशमा बैरागी पटेल, अनन्तदीप तिर्की, मयंक सोनी, श्वेता ठाकुर और न्यायिक कर्मचारी मौजूद थे।