बिलासपुर—सिविल लाईन पुलिस और एसीसीयू की टीम ने हिस्ट्रीशीटर रितेश निखारे उर्फ मैडी को हथियार के साथ गिरफ्तार किया है। कार्रवाई के दौारन हिष्ट्रीशीटर के साथी भागने में कामयाब हुए है। पुलिस ने रितेश निखारे उर्फ मैडी के कब्जे से एक रिवल्वर, एक तलवार और बैस बाल स्टिक बरामद किया है। इसके अलावा मैडी की ऑडी कार क्रमांक CG10AN9100 को भी जब्त किया है। पुलिस के अनुसार आरोपी असामाजिक तत्वों के साथ क्षेत्र में दहशत फैला रहा था। सिविल लाईन और बिलासपुर के अन्य थानों में आरोपी के खिलाफ कुल 30 अपराध कायम है। जिला बदर की कार्रवाई भी हो चुकी है।
पुलिस को मुखबीर से जानकारी मिली कि तोरवा क्षेत्रांतर्गत लालखदान, थाना सिटी कोतवाली क्षेत्रांतर्गत हैप्पी स्ट्रीट और थाना सिविल लाईन क्षेत्रों में आरोपी रितेश निखारे दहशत फैला रहा है। साथियों के साथ गैंग बनाकर आम लोगों के साथ मारपीट कर रहा है।
15 अप्रैल को जानकारी मिली कि रितेश निखारे रात्रि 11 बजे आदतन बदमाश रितेश निखारे उर्फ मैडी और गैंग के साथी जतिया तलाब सुलभ के पास अपनी गाडियों को सडक पर खड़ा किया है। सड़क जामकर आरोपी कार पर बठकर सिगरेट और अन्य नशा को अंजाम दे रहा है। विरोध करने वालों को रिवाल्वर, तलवार, बेस बाल, बेल्ट, चैन दिखाकर ना केवल दहशत फैला रहा है..बल्कि मारपीट भी कर रहा है। जिसके चलते आस पास के लोगों का जीना मुश्किल हो गया है।
जानकारी के बाद पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने तत्काल कार्रवाई का आदेश दिया। अतिरिक्त पुलिस कप्तान उमेश कश्यप के निर्देश पर संयुक्ट टीम का गठन किया गया। उमेश कश्यप ने बताया कि 16 अप्रैल को मुखबीर से जानकारी मिली कि रितेश निखारे साथियों के साथ जतिया तलाब रोड जरहाभांठा के पास काले रंग की ऑडी कार क्रमांक CG10AN 9100 में है। इसके अलावा शहर छोड़कर भागने की फिराक में है।
सूचना के बाद सिविल लाईन और एसीसीयू की टीम ने मिनिबस्ती जरहाभांठा जतिया तलाब रोड को चारों तरफ से घेराबंदी किया। पुलिस की भनक लगते ही आरोपी रितेश निखारे कार के अन्दर चला गया। जबकि उसके साथी कार से कूदकर फरार हो गए।
मैडी को घेराबंदी कर पकडा गया आरोपी के कब्जे से कार की डेसबोर्ड से एक रिवाल्वर कार की पीछली शीट से एक तलवार और एक नग बेसबाल बरामद किया गया। उमेश कश्यप ने बताया कि रितेश निखारे गैंग बनाकर आमजनों में दहशत गर्दी फैलाने और लोगों में अपना डर पैदा करने का आरोप है। मैडी के खिलाफ सिविल लाइन समेत अन्य थानों में तीस से अधिक अपराध दर्ज है। आरोपी के खिलाफ जिला बदर की कार्रवाई भी की गयी है।