Loksabha Election Results 2024 : कोरबा. छत्तीसगढ़ की कोरबा लोकसभा सीट प्रदेश के 11 लोकसभा सीटों में से एक है. अब तक 11 राउंड की गिनती पूरी हो चुकी है, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी ज्योत्सना महंत 9584 वोटों से आगे चल रहीं. ज्योत्सना महंत को 362652 और भाजपा प्रत्याशी सरोज पांडेय को 278436 वोट मिले हैं.
Loksabha Election Results 2024/सीट पर अब तक तीन बार लोकसभा चुनाव हो चुके हैं, जिसमें दो बार कांग्रेस और एक बार भाजपा की जीत हुई है. इस लोकसभा की स्थापना परिसीमन के दौरान 2008 में हुई थी. इस सीट पर 2009 में पहली बार लोकसभा के चुनाव हुए थे, जिसमें कांग्रेस प्रत्याशी चरणदास महंत ने चुनाव जीता था. इस बार कांग्रेस से ज्योतसना महंत और भाजपा से सरोज पांडेय मैदान पर हैं.
कोरबा लोकसभा सीट पर अब तक तीन बार आम चुनाव हो चुके हैं. पहली बार में कांग्रेस के दिग्गज नेता चरण दास महंत ने चुनाव जीता. उन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजेपी प्रत्याशी करुणा शुक्ला को हराया था. 2014 के लोक सभा चुनाव में चरणदास महंत को बीजेपी के डॉ. बंशीलाल महतो ने शिकस्त दी थी, लेकिन फिर 2019 के चुनाव में चरणदास महंत ने अपनी धर्मपत्नी ज्योत्सना चरणदास महंत को चुनाव मैदान में उतारा और इस बार उन्होंने बीजेपी के ज्योति नंदन दुबे को हराया था. अब चौथी बार कांग्रेस से ज्योतसना महंत और भाजपा से सरोज पांडेय मैदान पर हैं.
जांजगीर लोकसभा की सीट पर 6 राउंड की गिनती पूरी हो चुकी है. अब तक की गिनती के बाद जांजगीर चांपा से भाजपा प्रत्याशी कमलेश जांगड़े 40 हजार वोट से आगे चल रही.
जांजगीर लोकसभा से इस बार कुल 20 प्रत्याशी मैदान पर रहे. इस बार भाजपा ने महिला प्रत्याशी कमलेश जांगड़े पर दांव लगाया है. वहीं कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व मंत्री शिव डहरिया मैदान में उतरे हैं. बसपा से भी रोहित डहरिया चुनाव लड़े हैं. 2019 के आम चुनाव में यहां बहुत मजेदार चुनावी मुकाबला देखने को मिला था. भाजपा के प्रत्याशी गुहाराम अजगले ने पिछले चुनाव में 83,255 मतों के अंतर से जीत दर्ज किया था. उन्हें 5,72,790 वोट मिले थे. गुहाराम अजगले ने कांग्रेस के उम्मीदवार रवि भारद्वाज को हराया, जिन्हें 4,89,535 वोट मिले.
लोकसभा चुनाव 2024 के लिए काउंटिंग जारी है। शुरुआती रुझान में एनडीए ने बहुमत का आंकड़ा पार कर लिया है। वहीं कांग्रेस के नेता बड़ी जीत का दावा कर रहे हैं। इसी बीच हिमाचल प्रदेश की हमीरपुर लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार और केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने जीत का बड़ा दावा किया है। उन्होंने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा ने हिमाचल प्रदेश में शुरुआती रुझानों में काफी बढ़त बना ली है। राज्य की चारों लोकसभा सीटें भाजपा के पक्ष में जाती दिख रही है।
हर बार के चुनाव में हिमाचल प्रदेश ने 100 प्रतिशत रिजल्ट दिया है। इस बार भी ऐसे ही परिणाम देखने को मिलेंगे। उन्होंने आगे कहा कि शाम तक चुनावी तस्वीर साफ हो जाएगी और पीएम मोदी के नेतृत्व में देश में एनडीए की तीसरी बार सरकार बनेगी। देश को स्थिर सरकार के साथ दमदार और ईमानदार नेता चाहिए। आज दुनिया की उम्मीदें भारत से है। उन पर खरा उतरने के लिए निरंतरता और स्थिरता आवश्यक है। उन्होंने आगे कहा कि देश में विकास की गति को आगे बढ़ाने के लिए एनडीए की सरकार बननी जरूरी है और जनता ने पीएम मोदी को जनादेश दिया है। मैं मानता हूं कि तीसरी बार सरकार बनाना चुनौतीपूर्ण रहता है, लेकिन शाम तक रिजल्ट की तस्वीर साफ होने के बाद देश में एनडीए की सरकार बनेगी।
ओडिशा में मंगलवार को लोकसभा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को शुरुआती रुझानों में भारी बढ़त मिलती दिख रही है। विधानसभा में भी वह बहुमत के करीब पहुंचती दिख रही है। भारतीय चुनाव आयोग के आंकड़ों से अब तक प्राप्त रुझानों के अनुसार, ओडिशा की 21 लोकसभा सीटों में से भाजपा 19 पर आगे चल रही है, जबकि सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) और कांग्रेस एक-एक सीट पर आगे हैं।
केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बैजयंत पांडा, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी और अपराजिता सारंगी जैसे कई भाजपा के दिग्गज क्रमशः संबलपुर, पुरी, केंद्रपाड़ा, बालासोर और भुवनेश्वर से आगे चल रहे हैं। विधानसभा की 147 सीटों के शुरुआती रुझान मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के दो दशक से अधिक के शासन के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं। विपक्षी भाजपा 72 सीटों पर आगे चल रही है, उसके बाद बीजद (57) और कांग्रेस (14) पर आगे है।
सीएम पटनायक जहां हिंजिली और कांटाबंजी दोनों विधानसभा क्षेत्रों में आगे चल रहे हैं, वहीं बीजद के कई वरिष्ठ नेता और मंत्री अपनी-अपनी सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों से पीछे चल रहे हैं। पूर्व मंत्री तुकुनी साहू टिटलागढ़ में पीछे चल रहे हैं, जबकि अतनु सब्यसाची नायक महाकालपाड़ा में पीछे हैं।
गौरतलब है कि 2019 में ओडिशा में भाजपा ने सिर्फ आठ लोकसभा और 23 विधानसभा सीटें जीती थीं