बिलासपुर—-उनकी किस्मत ही खराब थी…दुर्ग में ऐसे पहले भी हो चुका है। यद्यपि कार्यकर्ताओं ने बहुत मेहनत किया है। लेकिन कोरबा लोकसभा से सरोज पाण्डेय को सात विधानसभा में हार मिली। लेकिन मेरे विधानसभा क्षेत्र से पचास हजार से अधिक मतों से जीती हैं।
यह बातें उद्योग एवं श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन ने बिलासपुर प्रवास के दौारन कही। सवाल जवाब के दौरान उन्होने बताया कि जल्द ही नई उद्योग नीति पर चर्चा होगी। ऐसा उद्योग निती तैयार किया जाएगा। जिसमें किसान से लेकर उद्योगपति खुश रहेंगे। नीति बनाने में सभी लोगों को शामिल किया जाएगा। महावीर कोलवाशीरी उद्योग स्थापना और आंदोलन के सवाल पर उन्होने कहा कि कलेक्टर से बात करेंगे। पता लगाया जाएगा कि क्या आदिासियों की जमीन खरीदते समय नियमों का ध्यान रखा गया है या नहीं।
प्रदेश के उद्योग एवं श्रम मंत्री लखनलाल देवांगन अल्प प्रवास पर बिलासपुर पहुंचे। इस दौरान उन्होने पत्रकारों के सवाल का जवाब दिया। चुनाव के दो साल पहले से कोरबा लोक सभा में संगठन ने फोकस किया। बावजूद इसके हार गए। इस हार का असर क्या मंत्री पद पर भी पड़ेगा।
सवाल पर उद्योग मंत्री ने कहा कि हार जीत किश्मत की बात होती है। कार्यकर्ताओं ने मेहनत किया किया। सरोज पाण्डेय पिछळी बार दुर्ग से हार गयी। किस्मत ही ठीक नहीं है। तीन दिन बाद कोरबा लोकसभा में हार को लेकर चिंतन होगा। कुछ ऐसी बातें हैं जिसे पत्रकारों के सामने बताया जा नहीं सकता है। लेकिन मेरे विधानसभा से सरोज पाण्डेय को पचास हजार से अधिक मतों से जीत हासिल हुई है।
उद्योग जरूरी है..लेकिन नीति ठीक नहीं होने के कारम..उद्योगपति कहीं भी उद्योग स्थापित कर रहे हैं। इससे किसानों को परेशानी होती है। लोग आंदोलन करते हैं। सवाल पर उद्योग मंत्री ने बताया कि आचार संहिता खत्म हो चुका है। जल्दी ही बैठक होने वाली है। हम नई उद्योग नीति बनाने से पहले सबसे चर्चा करेंगे। उद्योग लगने से रोजगार का अवसर मिलेगा। इस बात का ध्यान रखा जाएगा कि नीति ऐसी बने,जिसका फायदा सभी को मिले। उद्योग के लिए स्थान भी सुनिश्चित करेंगे।
महावीर कोल वाशरी को लेकर लगातार आंदोलन हो रहा है। आदिवासियों की कई एकड़ जमीन सामान्य लोगों ने खरीद लिया है। इसमें पहले एक आदिवासी पैदा किया गया..फिर स्थानीय आदिवासियों से जमीन खरीदा गया। इसके बाद जमीन सामान्य लोगों तक पहुंच गयी। सवाल पर मंत्री ने कहा कि ऐसा कैसे हुआ..पटवारी,आरआई,तहसीलदार एसडीएम,कलेक्टर सभी लोग हैं। बावजूद इसके हम इसका पता लगाएंगे। कलेक्टर से चर्चा भी करेंगे।
बड़े बड़े दन्ना सेठ भी अब श्रम कार्डधारी हो हो गए हैं। क्या कोई नीति बनाये हैं..या धोखेबाजी हो रही है। मंत्री ने कहा कि बड़े पैसे वालों के लिए श्रम कार्ड नहीं बनाया जाता है। मंगलवार को बैठक होगी..अधिकारियों से पूछेंगे कि आखिर यह कैसे संभव है। उन्होने कहा कि पारदर्शिता को ध्यान में रखकर ही आनलाइन आवेदन होता है।
विपक्ष का आरोप है कि आप सरकार ठीक से नहीं चला पा रहे हैं। सवाल पर देवांगन ने बताया कि पांच साल तक कांग्रेस ने जमकर भ्रष्टाचार किया। कानून व्यवस्था चरमरा गयी। विपक्ष का काम सिर्फ बोलना है। उनके बोलने से कुछ होना जाना नहीं है। जनता ने उन्हें नकार दिया है।
लेकिन उनके सरकार में कलेक्टर या एसपी कार्यालय नहीं जलाया गया। सवाल पर मंत्री ने कहा कि जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। कोई नहीं बचेगा। लखनलाल ने कहा कि इसमें षड़यंत्र की बू आ रही है। लेकिन जांच से सब खुलासा हो जाएगा।