ED ने कोयला लिंकेज घोटाले के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी हजारीबाग निवासी कारोबारी इजहार अंसारी की 62 संपत्तियों को अस्थाई तौर पर जब्त किया है। एजेंसी ने यह कार्रवाई सोमवार को की है।
इजहार अंसारी को 16 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था। वह फिलहाल रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा सेंट्रल जेल में बंद है।
जांच में खुलासा हुआ है कि उसने सब्सिडी दर पर आवंटित लिंकेज का 86 हजार 568 टन कोयला वाराणसी और धनबाद की कोयला मंडियों में ऊंची कीमत पर बेचा था। अवैध तरीके से बेचे गए कोयले का बाजार मूल्य 71 करोड़ आंका गया है। जिन संपत्तियों को ईडी ने जब्त किया है, उनकी कीमत 9.67 करोड़ रुपये है।
सरकार की पॉलिसी के अनुसार कैप्टिव खपत के लिए छोटे और मध्यम उद्यम (एमएसएमई) को सब्सिडी वाला कोयला आवंटित किया जाता है। जांच में पता चला कि इजहार ने 13 ऐसी एमएसएमई फर्मों के लिए रियायती कोयले का आवंटन हासिल कर खुले बाजार में बेच दिया और इससे बड़े पैमाने पर मनी लॉन्ड्रिंग की।
यह घोटाला तब पकड़ में आया था, जब एक ट्रक कोयला पकड़े जाने के बाद ड्राइवर सैय्यद सलमानी के खिलाफ झारखंड पुलिस द्वारा दर्ज की गई एफआईआर के आधार पर जांच शुरू हुई। सैय्यद सलमानी से पूछताछ से पता चला कि वह इजहार अंसारी के लिए काम करता है।