बिलासपुर—मल्हार में दबंग जमीन माफिया ने प्रशासन के आदेश के बाद भी सीमांकन नहीं होने दिया। उल्टा फोन कर जमीन मालिक को धमकी दिया है कि किसी अधिकारी या पटवारी को नहीं मानता। अधिकारी लोग जानते नहीं हैं..चाह लेने मात्र से एक-एक अधिकारी का ट्रांसफर करवा देगा। रसूखदार ने ना केवल सीमांकन रुकवाया..बल्कि बुलाए जाने के बाद भी सीमांकन टीम का सहयोग से इंकार कर दिया। मस्तूरी राजस्व टीम ने सीमांकन ममले को ठंडे बस्ते में डाल दिया है।
जानकारी देते चलें कि मस्तूरी तहसील के मल्हार में नागेश्वर राव और रवि कुमार साव की दशकों पुरानी निजी जमीन है। पिछले दिनों साव परिवार की तरफ से तहसीलदार के सामने सीमांकन आवेदन पेश किया गया। साव परिवार ने बताया कि कुछ लोगों ने निजी जमीन का बड़ा हिस्सा अतिक्रमण किया है। साथ ही दीवार खड़ी कर ताला लगा दिया है।
पांच सदस्यीय टीम का गठन
साव परिवार के सदस्य नितीन ने बताया कि मल्हार में परिवार की खसरा नम्बर 1838/2,1820/1,1820/2 1822/2 जमीन है। किसी भी प्रकार के निर्माण से पहले परिवार ने जमीनों का सीमांकन कराए जाने का फैसला किया। मस्तूरी तहसीलदार ने आवनेदन पर खसरा नम्बर 1838/2,1820/1,1820/2 1822/2 का सीमांकन का आदेश जारी किया। पांंच सदस्यीय संयुक्त टीम में दो राजस्व निरीक्षक प्रमोद टंडन, विघ्नेश सिंह और तीन पटवारी पवन कुमार पठारी, राजकमल चन्द्राकर, और सूर्यकांत मिश्रा को 27 जून को सीमांकन कर रिपोर्ट पेश करने को कहा।
टीम में शामिल सदस्यों ने बताया कि सीमांकन की जानकारी आस पास के जमीन मालिकों को दी गयी। सभी को पत्र जारी कर 27 जून को सीमांकन के दौरान मौके पर उपस्थित होने को कहा। बावजूद साव परिवार की जमीन से लगे जमीन मालिक ने सीमांंकन में सहयोग करने से अघोषित रूप से इंकार कर दिया।
दबंग ने किया सीमांकन का विरोध
टीम में शामिल पटवारी ने बताया कि 27 मई को संयुक्त टीम मौके पर पहुंची..आदेश तामील होने के बाद भी सुमेर सिंह नही पहुंचे। और ना ही उनकी तरफ से कोई आया। क्योंकि सीमांकन के समय आवेदक की जमीन से लगे जमीन मालिकों का उपस्थित होना जरूरी होता है। मौके पर बाउन्ड्रीवाल और ताला लगा होना पाया गया। चूंकि बाउन्ड्रीवाल के अन्दर ही खसरा नम्बर 1838/2,1820/1,1820/2 1822/2 का बहुत बड़ा हिस्सा है। ताला लगा होने के कारण सीमांकन संभव नहीं हो सका। मामले की जानकारी तहसीलदार को दी गयी है। अब बारिश के बाद ही सीमांकन की प्रक्रिया पूरी होगी।
ट्रांसफर करने की धमकी
मामले में साव परिवार के सदस्यों के अनुसार उनकी जमीन से लगे जमीन मालिक ने मोबाइल पर धमकी दिया कि सीमांकन नहीं होने देगा। उसकी पहचाना मंत्री और विधायकों से है। चाह लेने मात्र से एक एक अधिकारी का ट्रांसफर हो जाएगा। जिसको जो करना है कर ले..लेकिन सीमांकन होने नहीं देगा। साव परिवार ने आरोप लगाया कि दबंग जमीन के मालिक ने मंत्री, विधायक का हवाला देकर सीमांकन नहीं होने दिया। सीमांकन टीम के अलावा अधिकारियों के खिलाफ अनाप शनाप बोला है।
कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे
रविन्द्र और नितीन साव ने कहा अब बारिश के बाद ही सीमांकन संभव है। लेकिन मंत्री विधायक के दबाव से बचने के लिए हम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएँगे। जमीन पर कब्जा करने वाले को हर सूरत में हटवाएंगे। साव परिवार के अनुसार दबंग का कहना है कि बाउंड्रीवाल सरकारी जमीन पर है। यदि ऐसा है भी..तो उन्हें सीमांकन से एतराज नहीं होना चाहिए। वैसे भी कलेक्टर ने सरकारी और निस्तारी जमीन पर बलात कब्जा को हटाने का आदेश दिया है।