रायपुर—मेडिकल रिप्रजेंटेटिव फ्रेन्चायसी खुलवाने का झांसा देकर लाखों रूपयों की ठगी के आरोपी को पुलिस ने दि्ल्ली में पकड़ा है। अंतर्राज्यीय ठग का नाम सुरेश कुंती सिंह उर्फ सुरेश कुमार सिंह है। आरोपी झारखण्ड रांची का रहने वाला है। आरोपी ने पंडरी निवासी को मेडिकल रिप्रजेंटेटिव फ्रेन्चायसी खुलवाने का झांसा देते हुए करीब 15 लाख रूपयों पर हाथ साफ किया। पुलिस के अनुसार आरोपी पर ठगी मामले को लेकर रांची और दिल्ली में भी का अपराध दर्ज है। आरोपी का साथी फिलहाल फरार है। जल्द ही पकड़े लिया जाएगा।
पुलिस अधिकारी मनोज नायक ने बताया कि सायबर थाना पहुंचकर राजन असपिलिया ने ठगी का अपराध दर्ज कराया। पीड़ित ने बताया कि अक्टूबर 2023 में यू-ट्यूब में वर्क फ्रॉम होम सर्च कर रहा था। इसी दौरान मेडिकल रिप्रेजेंटेटिव को लेकर एक विज्ञापन देखा। मोबाईल नंबर 83195-11400 और 99101-03088 से फ्रेन्जाइजी प्रमुख शिव साहू से सम्पर्क यिा। शिव साहू ने सीईओ सुरेश कुन्ती सिंह से बात करवाया। फोन पर कुन्ती सिंह ने बताया कि हेड ऑफिस दिल्ली स्थित शंकरपुर सतरपुर लक्ष्मीनगर में है।
पी़डित ने अपनी शिकायत में बताया कि कुन्ती सिंह को अपना बायोडाटा भेजा। उन्होंने मेडिकल रिप्रजेंटेटिव फ्रेन्चायसी खोले जाने के लिए 6 लाख रूपयों की व्यवस्था करने को कहा। इसके अलावा सीईओ सुरेश कुन्ती ने कहा कि चूकि उसके पास 45 साल का फार्मा इंडस्ट्री अनुभव है। इसलिए रायपुर में छत्तीसगढ़ का रिजनल कार्यालय खोलेंगे और उसने प्रदेश का हेड बनने का प्रस्ताव दिया।
पीड़ित ने बताया कि रीजनल हेड बनने की लालच में कुन्ती के बताए अनुसार अलग – अलग तारीख और किश्तों में बताये खातों में कुल 14,30,000/- रूपये जमा किया। फ्रेंचाइजी का ई-स्टाम्प में एग्रीमेंट दिया गया। 1 नवम्बर .2023 को ऑरेंज हाईट्स मोवा में सेंटर खोला । लेकिन कुन्ती सिंह ने एक भी एडमिशन नहीं करवाया और ना ही अन्य जिलों में सब सेंटर खोला।
पीड़ित प्रार्थी ने बताया कि मोवा सेंटर में कार्यालय खुलकर तैयार हो गया है। स्टाफ समेत बिजली और नअन्य खर्च का भुगतान भी कर रहा है। इस बीच आरोपी शिव साहू से लगातार बात होती रही। बावजूद इसके सिर्फ आश्वासन ही मिला। पुलिस ने प्रार्थी की शिकायत पर शिव साहू और सुरेश कुन्ती सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 34 के तहत धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया गया।
पुलिस कप्तान संतोष सिंह के निर्देश पर सायबर थाना ने टीम बनाकर आरोपियों की पतासाजी अभियान चलाया । प्रार्थी से विस्तार से जानकारी लेने के बाद मोबाईल नंबरों का तकनीकी विश्लेषण किया गया। बैंक पहुंचकर आरोपियों के खातों को खंगाला गया। पतासाजी के दौरान जानकारी मिली कि एक आरोपी दिल्ली में है। एण्टी क्राईम और साईबर यूनिट की 5 सदस्यीय संयुक्त टीम को दिल्ली रवाना किया गया।
टीम के सदस्यों ने दिल्ली पहुंचकर कैम्प किया। पतासाजी कर घटना में शामिल आरोपी सुरेश कुंती सिंह को गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने अपने अन्य साथी के साथ मिलकर ठगी की घटना को कबूल किया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के साथ ही कब्जे से नगदी रकम 2 मोबाईल बरामद किया है। आरोपी को न्यायिक हिरासत में जेल दाखिल कराया गया है।आरोपी ने बताया कि वह मूलतः गौतमबुद्धनगर उत्तरप्रदेश का रहने वाला है।