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चुनाव में हार की डर से परिसीमन का खेल..पूर्व विधायक का आरोप..अधिकारियों ने किया कांग्रेस वार्डों की सीमाओं से खिलवाड़
बिलासपुर–भाजपा सरकार डर गयी है। जनता में भाजपा के खिलाफ नाराजगी बढ़ गयी है। निकाय चुनाव मे भाजपा की हार निश्चित है। हार के डर से ही सरकार परिसीमन करवा रही है। यह बातें पूर्व विधायक शैलेष पाण्डेय ने परिसीमन को लेकर कांग्रेस कार्यालय में बुलाई गयी बैठक के दौरान कही। शैलेष पाण्डेय ने कहा कि परिसीमन का आदेश जारी कर दिया गया है। जनता को जानकारी नहीं है।  अधिकारी सरकार के दबाव परिसीमन का घोड़ा दौड़ा रहे हैं। जबकि इसके पहले जनप्रतिनिधियों से विचार विमर्श किया जाना जरूरी था। लेकिन सत्ताधारी नेताओं के दबाव में अधिकारी मनमानी कर रहै हैं। दुख की बात है कि जनसंख्या संतुलन और शासन के निर्देशों का पालन नहीं किया जा रहा है।
बिलासपुर नगर निगम परिसीमन को लेकर कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस नेताओं की बैठक हुई। इस दौरान कांग्रेस नेताओं ने सरकार के परिसीमन आदेश को लेकर नाराजगी जाहिर किया। बैठक के बाद प्रेस नोट जारी कर शैलेष पाण्डेय ने बताया कि 2019 में बिलासपुर नगर निगम का विस्तार किया गया। 18 ग्राम पंचायत समेत दो नगर पंचायत और एक नगरपालिका को निगम में जोड़कर वार्डों का परिसीमीमन किया गया।  अब भाजपा सरकार ने आगामी निकाय चुनाव में हार के डर से नए सिरे से परिसीमन का आदेश दिया है।
पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि परिसीमन से पहले जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक किया जाना जरूरी था। बावजूद इसके शासन के अधिकारियों ने गुचपचुप भाजपा नेताओं के दबाव में दौरा कर वार्डों की सीमा मन माफिक तैयार किया है। जबकि पाँच साल पहले ही परिसीमन हुआ है। सवाल उठता है कि परिसीमन की जरूरत ही क्या थी। परिसीमन के दौरान अधिकारियों ने भाजपा के दबाव में वार्डों की सीमाओं से खिलवाड़ किया है। नए सीमा विभाजन से पार्षदों और वार्ड की जनता को नई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। नये परिसीमन में शासन के निर्देशों का पालन नहीं किया गया है। जनसंख्या संतुलन के मापदण्ड को भी दरकिनार किया गया है।नए वार्डो में अलग अलग बेमेल क्षेत्रों को काट कर या तो फ़ेक दिया गया या फिर जोड़ दिया गया है। नियम के अनुसार सरासर ग़लत है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि बैठक में फैसला लिया गया है कि तानाशाही का भरपूर विरोध किया जाएगा। हम शांत बैठने वाले नहीं है। भाजपा की कुटिल नीतियों का जनता जवाब देगी। बताना जरूरी है कि जनता की मांग  पर ही बिलासपुर निगम में नए क्षेत्रों को जोड़ा गया। ताकी बिलासपुर शहर को B श्रेणी का दर्जा और सुविधा मिले।
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