रिपोर्ट में बताया गया कि जांच पड़ताल के दौरान समिति में 4950.21 क्विंटल धान की कमी पायी गयी है। धान खरीदी प्रभारी प्रकाश लहरे और डाटा एंट्री ऑपरेटर योगेश कुमार लहरे ने मिलीभगत कर 4950.21 क्विंटल धान माफियों के साथ मिलकर पार कर दिया है। इस तरह प्रति क्विंटल 3100 रुपयों के हिसाब से प्रभारी और आपरेटर ने 15345651 रुपया का धान गबन कर शासन को क्षति पंहुचाया है।
लोहरसी शाखा प्रबंधक की शिकायत पर दोनो के खिलाफ आईपीसी की धारा 409.34. का अपराध दर्ज किया गया। पचपेढ़ी पुलिस के अनुसार विवेचना दौरान आरोपी तत्कालीन समिति प्रभारी प्रकाश लहरे ने पूछताछ के दौरान जुर्म कबूल किया। आरोपी ने बताया कि सुखत, वर्षा और क्वालिटी खराब होने से धान का उठाव नहीं हो रहा था। इसलिए वैध रूप से खुले बाजार में करीब 3918 क्विंटल धानकरीब 65 लाख बेच दिया। धान बेचने के बाद हासिल रूपया एक मिलर को देकर बिना धान भेजे डी.ओ. में 4356 क्विंटल धान की कटौती कर दिया।
पुलिस के अनुसार आरोपी ने इस तरह खुले बाजार में कम कीमत पर धान बेजा। मिलर को नगदी रकम देकर शासकीय धान की अफरा तफरी किया है। इससे शासन को करोड़ों रूपयों की क्षति हुई है। आरोपी के खिलाफ अपराध का पक्का सबूत मिलने के बाद अपराध दर्ज किया गया। विधिवत गिरफ़्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है।