पटना, 2 अगस्त (आईएएनएस)। बिहार की राजधानी पटना सहित कई अन्य जिलों में बारिश के मौसम में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग लगातार निगरानी और एंटी लार्वा के छिड़काव का दावा कर रहा है। नगर निगम की टीम को भी छिड़काव के लिए लगाया गया है।
बताया जाता है कि गुरुवार तक प्रदेश में इस साल 299 लोग डेंगू से पीड़ित हो चुके हैं, इनमें पटना के 99 लोग शामिल हैं। आंकड़ो की मानें तो गुरुवार को प्रदेश में 24 डेंगू पीड़ित नए मरीजों की पहचान हुई है। ये मरीज पटना के पाटलिपुत्र, बांकीपुर, पटना सिटी, अजिमाबाद, कंकड़बाग और संपतचक मोहल्ले में मिले हैं।
इसके अलावा गया, मुजफ्फरपुर, नालंदा, वैशाली, सारण, खगड़िया और नवादा में भी मरीजों के मिलने की सूचना है।
स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि पटना के जो इलाके पिछले सालों में डेंगू के लिए हॉट स्पॉट बने हुए थे, इस सीजन में उन इलाकों पर विशेष नजर रखी जा रही है। मच्छरों के लार्वा की जांच करने के लिए आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया है। लार्वा चेक करने वालों की इन इलाकों में ड्यूटी लगाई गई है।
इधर, डेंगू से बचाव के लिए नगर निगम ने शहर में एक लाख से अधिक घरों में एंटी लार्वा स्प्रे का छिड़काव किया है। नगर निगम की चार सौ टीमें इस अभियान में लगी हैं। नगर निगम के अधिकारियों का दावा है कि डेंगू से बचाव के लिए शहर में चल रहे एंटी लार्वा के स्प्रे से मच्छरों का प्रकोप कम हो गया है। इसके अलावा फॉगिंग भी कराई जा रही है। जहां जलजमाव है, वहां विशेष तौर पर एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है जिससे डेंगू के मच्छर नहीं पनप पाएं। इसके लिए निगरानी टीम भी रखी गई है, जो छिड़काव के बाद इलाके में पहुंच कर जायजा लेती है।
जिन इलाकों में एंटी लार्वा स्प्रे किया जा चुका है, वहां दोबारा भी छिड़काव किया जाएगा। यदि किसी मोहल्ले या घर में छिड़काव और फॉगिंग नहीं हुआ है तो नगर निगम ने शिकायत करने की भी सुविधा दी है। जिन इलाकों से शिकायत आ रही है नगर निगम के अधिकारियों का दावा है कि वहां 24 घंटे के अंदर छिड़काव कराया जा रहा है।
इन इलाकों की नियमित मॉनिटरिंग करने का भी निर्देश दिया गया है। मच्छर नहीं पनपेंगे तो डेंगू का प्रकोप नियंत्रित रहेगा। इन इलाकों में जहां भी जलजमाव है उन्हें चिह्नित कर वहां छिड़काव करने के निर्देश दिए गए हैं।
–आईएएनएस
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