Govardhan Puja 2024: सनातन शास्त्रों में गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व है. हर साल की तरह इस साल भी कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जाएगा. इसके एक दिन बाद भाई दूज मनाया जाएगा. गोवर्धन पूजा के दिन पूरे विधि-विधान से जगत के पालनहार भगवान, गोवर्धन पर्वत धारी, बांकेबिहारी, नंदलाल और अनगिनत नामों से पुकारे जाने वाले भगवान श्रीकृष्ण और अपनी एक उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाने वाले गोवर्धन पर्वत की पूजा होती है. भगवान को 56 भोग लगाया जाता है.
गोवर्धन पूजा के दिन पर श्रीकृष्ण को माखन मिश्री का भोग लगाएं. इससे अलावा और भी बहुत सी चीजें हैं जो भगवान के भोग में जरूर शामिल करना चाहिए.
भगवान को 56 भोग में कढ़ी-चावल को जरूर शामिल करें. यह भगवान का सबसे पसंदीदा भोग में से एक है. ऐसी मान्यता है कि कढ़ी चावल और अन्नकूट का भोग साधक को सफलता देता है. भगवान वासुदेव श्रीकृष्ण प्रसन्न होते हैं.
56 भोग की प्रसादी में खीर, रसगुल्ला, जलेबी, रबड़ी, जीरा-लड्डू, मालपुआ को भी शामिल करें. ये सभी भगवान को बहुत प्रिय हैं. इस भोग में पेड़ा, काजू-बादाम बर्फी, पिस्ता बर्फी, पंचामृत, गोघृत, शक्कर पारा, मठरी को भी जोड़ लें। ये सभी चीजों नेचुरल होती हैं और कल्याणकारी मानी गई हैं.