बिलासपुर—दिव्यांगजनों के हित में सामाजिक संचेतना कार्यक्रम “संकल्प” का विधिवत उदघाटन शासकीय शिक्षा महाविद्यालय बिलासपुर में किया गया। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि अवनीश शरण शामिल हुए। कार्यक्रम में शिक्षा संभाग संयुक्त संचालक आर पी आदित्य , समग्र शिक्षा के एडीपीओ अनिल तिवारी, संस्था के प्राचार्य मीता मुखर्जी और संकल्प कार्यक्रम के सूत्रधार डॉ अखिलेश तिवारी शिरकत किया। प्राचार्य ने स्वागत भाषण दिया।
कलेक्टर अवनीश शरण ने अपने संबोधन में संकल्प कार्यक्रम के सूत्रधार डॉ अखिलेश तिवारी को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम के प्रतिभागियों से आग्रह किया कि किसी भी दिव्यांग के प्रति दया भाव रखें। विकास के समान अवसर प्रदान करे। अवनीश शरण ने दिव्यांगो के प्रति व्यवहार तकनीक पर बारीकी से प्रकाश डाला। दिव्यांग बच्चो के साथ अन्य बच्चों की तरह ही व्यवहार करने को कहा। साथ ही सहयोग या सहायता के नाम पर आवश्यक रूप से शारीरिक संपर्क नहीं करने की बात भी कही। दिव्यांगो के प्रति समानता सद्भावना सहचर्य और समावेशन की भावना रखते हुए एक जिम्मेदार मानव संसाधन के रूप में परिष्कृत करने की बात कही।
संकल्प के सूत्रधार डॉ अखिलेश तिवारी ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ना केवल दिव्यांगता की पहचान करना है। बल्कि पालकों, सहपाठियों , शिक्षकों ,शैक्षिक प्रशासकों , शासकीय कर्मचारियों और आम जनों को जागरूक भी करना है। दिव्यांगजनों के प्रति समाज में प्रचलित नकारात्मक अवधारणा को समाप्त करना है। शासन की योजनाओं से अवगत कराते हुए समावेशी समाज की स्थापना को लेकर जागृति पैदा करना है। कार्यक्रम के तहत आगामी दो वर्षों में एक लाख लोगों को दिव्यागता के क्षेत्र में उन्मुखीकृत करना है। संयुक्त संचालक शिक्षा ने शिक्षकों का आव्हान किया है कि विद्यालय में अनुकूल वातावरण निर्माण कर विभिन्न बाधिता से प्रभावित बच्चो को शिक्षा और सामाजीकरण में अवसर प्रदान करे।
धन्यवाद ज्ञापन डॉ अनिल तिवारी ने किया। दिव्यांगो के प्रति समर्पित भाव से कर्तव्य निर्वहन का आह्वान भी किया । कार्यक्रम का संचालन डॉ मुकेश पांडेय ने किया। इस दौरान महाविद्यालय के प्राध्यापक,, बीएड,एम एड के 250 प्रशिक्षार्थी ,विकासखंड समन्वयक वासुदेव पांडे , सीमा त्रिपाठी शिक्षक डॉ उमेश शर्मा ,समावेशी शाखा के समस्त बी आर पी , स्पेशल एजुकेटर और कार्यालयीन सहयोगी अमन यादव उपस्थित रहे।