बलरामपुर (पृथ्वी लाल केशरी)—बिलासपुर की ही तरह बलरामपुर जिले में भी जमीन रिकार्ड में कूट रचना का मामला सामने आया है। प्रशासन ने फर्जीवाड़ा कर जमीन क्रय विक्रय के जुर्म में दस लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज करने का आदेश दिया है। साथ ही शिक्षा विभाग के सहायक ग्रेड तीन के बाबू को निलंबित भी कर दिया है।
जिले के ग्राम मदनेश्वरपुर, तहसील राजपुर के खसरा नंबर 544/22, 550/1 रकबा 5.93 और 1.33 हेक्टेयर के अधिकार अभिलेख में कूट रचना का मामला सामने आया है। आरोपियों ने 1954-55 के नकल में छेड़छाड़ और कूटरचना कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर जमीन को क्रय-विक्रय का प्रयास किया है।
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शिकायत के बाद प्रशासन ने राजस्व अभिलेख में कूटरचना की जांच के लिए जिला स्तर पर टीम का गठन किया। टीम ने जांच प्रतिवेदन में टीम ने अधिकार अभिलेख में कूटरचना के लिए के 11 व्यक्तियों को सीधा साधी आरोपी बताया। मामले में कलेक्टर ने 10 व्यक्तियों पर एसडीएम को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया। साथ ही तत्कालीन कलेक्टर ने शिक्षा विभाग के सहायक ग्रेड तीन के बाबू विजय बहादुर को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया। साथ ही अनुशासनात्मक कार्रवआई का भी आदेश दिया। जानकारी हो कि जिला शिक्षा अधिकारी का कर्मचारी विजय कुमार जिला अभिलेखागार में संलग्न हैं।
इसके अलावा प्रशासन ने फर्जीवाड़ा में शामिल नगर सेना कर्मचारी तेरेसा लकड़ा, नगर सेनानी बलरामपुर को निलंबन और अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए नगर सेनानी बलरामपुर और तत्कालीन उप पंजीयक, बलरामपुर को भी अनुशासनात्मक कार्यवाही का आदेश दिया।
प्रशासन ने कूटरचना कर दस्तावेज तैयार करने वाले कर्मचारियों पर एफआईआर करने को कहा। कूटरचना कर दस्तावेज तैयार कनरे वालों का नाम सुनील मिंज मिंज,सौरभ सिंह, राजेश सिंह,बसील खलखो,रमेश ठाकुर,रामरूप यादव,सुरेशचंद्र मिश्र गढ़वा झारखण्ड जयप्रकाश श्रीवास्तव, तेरेसा लकड़ा,विजय बहादुर सिंह,अनुराग वैश्य, तत्कालीन उप पंजीयक है। ,बलरामपुर शामिल हैं।