विशेष संवादाता
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बीजेपी पर आदिवासी नेताओं की अनदेखी का आरोप लगाया है। CM बघेल ने बीजेपी को आदिवासी और छत्तीसगढ़ की संस्कृति की उपेक्षा करने वाली पार्टी बताया। बीजेपी के दिग्गज आदिवासी नेताओं को हाशिये में डालने वाली पार्टी बताया।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता नंदकुमार साय की नाराजगी को लेकर सीएम भूपेश ने कहा नंदकुमार बिल्कुल सही बोल रहे हैँ। CM ने कहा, वे बीजेपी मे लगातार आदिवासी नेताओं की उपेक्षा का मामला उठाते रहे हैं। बीजेपी के आदिवासी नेता उपेक्षित किए जा रहे हैँ, फिर चाहे वो ननकीराम कंवर हों, विष्णु देव साय हों या फिर स्वर्गीय बलिराम कश्यप।
मुख्यमंत्री बोले जब बलिराम जी जिवित थे तो उन्हें बीजेपी ने हाशिये मे रखा। सीएम ने तंज कसा और कहा बीजेपी ने ऐन आदिवासी दिवस मे ही अपने आदिवासी प्रदेश संगठन के अध्यक्ष पद से पदच्युत कर दिया था। बीजेपी का यह आदिवासी विरोधी रूप उजागर हो चूका है।
कौशल्या माता महोत्सव को लेकर भी सीएम भूपेश ने महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस और बीजेपी नेताओं पर तंज कसा। उन्होंने कहा चंदखुरी रमेश बैस का गांव है। उन्होंने भी देश दुनिया का एकमात्र कौशल्या माता मंदिर की सुध नहीं लिए। बीजेपी की सरकार ने भी 15 साल ध्यान नहीं दिया।
मंदिर जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण हमने कराया। हर साल महोत्सव मनाते हैं और इसे बजट मे भी शामिल कर दिया है। इससे साफ हो जाता है कि भाजपा पार्टी आदिवासियों को ही नहीं छत्तीसगढ़िया संस्कृति को भी उपेक्षित रखती है।