जांजगीर- चाम्पा। कलेक्टर की संयुक्त टीम ने आज जिले के विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। जिसमें तीन कार्यपालन अभियंता, नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक, जिला विपणन अधिकारी, उप पंजीयक सहकारी संस्था के अधिकारियों समेत 125 अधिकारी- कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए। कलेक्टर ने नाराजगी जाहिर कर सबको नोटिस जारी करते हुए सभी के वेतन काटने के निर्देश जारी किए है।
ज्ञातव्य है कि कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने जिले में पदभार ग्रहण करते साथ ही सभी अधिकारी- कर्मचारियों को समय पर कार्यालय में उपस्थित होने के निर्देश जारी किए थे। कलेक्टर ने बैठक लेकर स्प्ष्ट चेताया था कि अधिकारी- कर्मचारी व फील्ड के स्टाफ मुख्यालय में ही निवास करे, बिना अनुमति मुख्यालय न छोड़ें व कार्यालयीन समय पर कार्यालय में उपस्थित हो जावें। कलेक्टर खुद ही समय समय पर कार्यालयों का औचक निरीक्षण कर कर्मचारियों को समय पर कार्यालय आने के लिए प्रेरित करने के साथ ही अनुपस्थित कर्मचारियों पर कार्यवाही भी करते है। उन्हें जनप्रतिनिधियों व ग्रामीणों से लगातार शिकायत मिल रही थी कि कई शासकीय अधिकारी व कर्मचारी काम पर समय पर नही पहुँच रहे है। जिसके चलते आज उन्होंने संयुक्त कलेक्टर, एसडीएम,तहसीलदारों की अलग अलग टीम बनाई और औचक निरीक्षण हेतु कार्यालयों में भेजा। जिसमे जलसंसाधन विभाग माइनर व मेजर के कार्यपालन अभियंता के अलावा लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी के कार्यपालन अभियंता व डीएमओ नान के जिला प्रबंधक अनुपस्थित मिले। जिस पर सभी को नोटिस देकर वेतन काटने के निर्देश कलेक्टर ने दिए।
अनुभाग चांपा में 40 से अधिकारी कर्मचारी अनुपस्थित
कलेक्टर के निर्देश पर चांपा एसडीएम आराध्या राहुल कुमार द्वारा कार्यालयों का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में लोक निर्माण विभाग में कुल 18 में से 7 लोग अनुपस्थित मिले। जिसमें सविना रिजवी, विजय कुमार कवंर,सरस्वती राठौर,दीपक कुमार वर्मा, हेमंत कुमार देवांगन, सरिता कवंर, गीता बाई साहू अनुपस्थित पाई गई। इसी प्रकार जल संसाधन विभाग माइनर में होमेश नायक कार्यपालन अभियंता एवं 17 कर्मचारी एन.आर. राठौर, डी.एल. खैरवार, जीआर कैवर्त्य, एन के पोरचट्टी,जीएस राठौर, कुमारी संध्यालता साहू,एम वी टोप्पो, पंकज कश्यप, संतोष कुमार साहू, सुधाकर राव, श्यामलाल पटेल, अलगराम साहू, कुमारी दुजन बाई चौहान, अमृता तिवारी, शांति बाई, देवसिंह गोड़, राकेश कुमार खाण्डे, अनुपस्थित मिले। यहां 22 में से 18 अधिकारी अनुपस्थित थे। जल संसाधन विभाग मेजर में अधिकारी नेताम कार्यपालन अभिंयता, कर्मचारी विजेन्द्र कुमार जायसवाल, प्रकाश महंत, कमलेश कुमार केंवट, मिकेश कुमार बरेठ, सुनिता यादव, उषा रामचन्द्रन नायर, ललित कुमार स्वर्णकार,बाके बिहारी सिंह चंदेल, दिलीप कुमार अवस्थि, बहादुलाल कुम्हार, धनसिंह कवंर अनुपस्थित थे। यहां 25 में से 12 अधिकारी अनुपस्थित थे। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में कुल 31 मे से 6 अधिकारी अनुपस्थित थे। जिसमें सी के शुक्ला कार्यपालन अभियंता, कर्मचारी ओम प्रकाश बरेठ, आकाश कुमार जांगड़े, निखिल कुमार तम्बोली, पीयूष पटेल और प्रसाद राठौर अनुपस्थित मिले।
संयुक्त कलेक्टर की जांच में 31 मिले अनुपस्थित
संयुक्त कलेक्टर निशा नेताम मड़ावी ने जिला मुख्यालय स्थित कार्यालय जिला विपणन अधिकारी, जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम, उप-पंजीयक सहकारी संस्था में कार्यालयीन निरीक्षण किया। जिसमें जिला विपणन अधिकारी सुनील सिंह राजपूत सहित अधीनस्थ अधिकारी-कर्मचारी कामिनी मोदी, श्रीमती सुनिता जाहिरे, फैज मोहम्मद, सतीश पटेल, अजीत दुबे, कृपा राम दुबे, कमल सोनी, आशिष सिंह चंदेल, राजेन्द्र पटेल, रमेश स्वर्णकार, वेद प्रकाश पटेल, सत्यनारायण यादव, पुष्पेन्द्र कौशिक, रवि यादव, घृत बरेठ, अनिरूद्ध पाण्डेय,राजेश यादव, लखेश्वर कटकवार, प्रभा पाण्डेय, सत्यनारायण, शांति दुबे, आनंद तिवारी, गीता कुर्रे अनुपस्थित पाए गए। निरीक्षण में उपपंजीयक सहकारी संस्था के अधिकारी भी अनुपस्थित मिले।
अस्पताल में चिकित्सक सहित अन्य स्टाफ थे अनुपस्थित
कलेक्टर के निर्देश पर जांजगीर एसडीएम कमलेश नंदिनी साहू, पामगढ़ एसडीएम आर के तंबोली, संयुक्त कलेक्टर डॉ ज्योति पटेल, तहसीलदार सारागांव जयंती देवांगन द्वारा अलग-अलग किए गए निरीक्षण में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में 5, साक्षरता मिशन में 2, बीईओ कार्यालय पामगढ़ में 4, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग में 8, शासकीय कन्या पूर्व माध्यमिक शाला पामगढ़ में 3, रेशम विभाग में 2, शासकीय प्राथमिक शाला पामगढ़ में 1, पशु चिकित्सा विभाग में 9, जनपद सीईओं पामगढ़ में 11, मत्स्य विभाग में 5 अनुपस्थित, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सारागांव में एक चिकित्सक डॉ अमित अग्रवाल सहित जे पी मिश्रा, आर आर डडसेना, सुरेखा वीना, उषा कर्ष अनुपस्थित पाई गई।
मुख्यालय से बाहर आना-जाना नहीं चलेगा: कलेक्टर
कलेक्टर सिन्हा द्वारा जिले में शासकीय अधिकारियों की उपस्थिति मुख्यालय में सुनिश्चित करने के निर्देश लगातार दिया जा रहा हैं। उन्होंने फील्ड के स्टाफ को भी मुख्यालय और कार्यालयों में रहने के निर्देश दिया हुआ है। उन्होंने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को निर्देशित किया है कि वे शासन द्वारा निर्धारित कार्यालयीन समय तक अनिवार्य रूप से कार्यालय में उपस्थित होकर शासकीय कामकाज करें। कलेक्टर ने कहा है कि उनकी प्राथमिकता शासन के मंशानुसार जनकल्याणकारी योजनाओं का जिले में बेहतर क्रियान्वयन कराना है। आने वाले दिनों में भी यह कार्यवाही लगातार जारी रहेगी। मुख्यालय से बाहर आना-जाना नहीं चलेगा। स्कूल, स्वास्थ्य केंद्र, आंगनबाड़ी सहित सभी कार्यालयों में आकस्मिक निरीक्षण सुबह और शाम को किया जाएगा। अनुपस्थिति पर वेतन काटने के साथ आने वाले दिनों में सख्त विभागीय कार्यवाही भी सुनिश्चित की जाएगी।