CG Liquor Scam।शराब घोटाला की जांच कर रही ईओडब्ल्यू-एसीबी की टीम ने अब तक इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें कारोबारी अरविंद सिंह, रायपुर के मेयर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर और आबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव एपी त्रिपाठी शामिल हैं। तीनों की रिमांड आज पूरी होने पर उन्हें कोर्ट में पेश किया। ईओडब्लयू ने त्रिपाठी से पूछताछ के लिए रिमांड की मांगी थी, जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया।
CG Liquor Scam।त्रिपाठी अब 25 अप्रैल तक ईओडब्ल्यू की हिरासत में रहेंगे। वहीं अनवर ढेबर और अरविंद सिंह को 14 दिन यानी 2 मई तक न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
CG Liquor Scam।ईडी की रिपोर्ट के आधार पर ईओडब्ल्यू ने शराब घोटाला में एफआईआर दर्ज किया है। इसमें कुल 71 लोगों को आरोपी बनाया गया है। इनमें आबकारी विभाग के अफसर, शराब कारोबारी, होलोग्राम व्यवसायी, एनजीओ, सिक्योरिटी कंपनियां और कर्मचारी उपलब्ध कराने वाली एजेंसियां के साथ शराब बोतल में भरनेवाली और ट्रांसपोर्ट करने वाली एजेंसियां शामिल हैं।
बता दें कि शराब घोटाले मामले में अरविंद सिंह पिछले 10 महीने से रायपुर की सेंट्रल जेल में बंद था।हाईकोर्ट से जमानत मिलने के एक दिन बाद ही EOW की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया था। 4 अप्रैल को अरविंद सिंह के साथ अनवर ढेबर को भी गिरफ्तार किया गया था। दोनों को 14 दिन हिरासत में रखकर EOW ने पूछताछ की। इसके बाद आज (18 अप्रैल) कोर्ट ने सुनवाई के बाद 14 दिन के लिए 2 मई तक फिर से जेल भेज दिया है।CG Liquor Scam
ED प्रतिवेदन के बाद जब से EOW ने शराब घोटाला मामले में FIR की है, तभी से मामले से जुड़े लोगों से लगातार पूछताछ हो रही है। पूर्व आबकारी अधिकारी अरुणपति त्रिपाठी को 11 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था। हिरासत में लिए गए अधिकारियों से पूछताछ के बाद घोटाले से जुड़े 67 और लोगों से पूछताछ की तैयारी है।
EOW के सूत्रों के अनुसार आने वाले दिनों में इन सभी लोगों को नोटिस जारी करके बुलाया जाएगा। इनमें रिटायर्ड IAS अफसरों के अलावा आबकारी विभाग के अधिकारी और शराब के डिस्टलर्स शामिल हैं।