CG NEWS:रायपुर । छत्तीसगढ़ में राजीव युवा मितान क्लब को भंग किया जाएगा। छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र में प्रश्नकाल के दौरान राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने यह भी कहा कि राजीव युवा मितान क्लब को दिए गए फंड के उपयोग को लेकर ऑडिट भी कराया जाएगा। इस मुद्दे को लेकर सदन में सत्ता पक्ष के विधायकों ने राजीव युवा मितान क्लब को भंग करने की मांग को लेकर नारे भी लगाए।
प्रश्न कल के दौरान श्रीमती सावित्री मनोज मंडावी ने खेलकूद एवं युवा कल्याण विभाग के अंतर्गत यह सवाल पूछा था कि प्रदेश के राजीव युवा मितान क्लब को प्रदत्त राशि की भविष्य में क्या उपयोगिता है। इसके जवाब में राजस्व मंत्री टंक राम वर्मा ने बताया कि शासन के नियमानुसार आवश्यक कार्यवाही की जावेगी। श्रीमती सावित्री मनोज मंडावी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में संस्कृति परंपरा को बनाए रखने और विलुप्त हो रहे खेलों को बचाने के लिए इस क्लब का गठन किया गया था। इसी मुद्दे पर पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने सवाल किया कि राजीव मितान क्लब को किस मद से राशि दी जा रही थी। इस पर मंत्री टंक राम वर्मा ने जवाब दिया कि इसके लिए बजट में प्रावधान रखा गया था। इसका उद्देश्य सांस्कृतिक और खेलकूदय कार्यक्रमों के आयोजन से संबंधित था। अजय चंद्राकर ने पूछा कि क्या राजीव युवा मितान क्लब को दी गई राशि की ऑडिट का प्रावधान है । जिससे यह पता चल सके की राशि का सदुपयोग किया गया है।
वरिष्ठ भाजपा विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि राजीव मितान क्लब खाओ पियो मौज करो बन गया था। इसे कितनी राशि दी गई और कितना खर्च किया गया है यह सामने आना चाहिए। धर्मजीत सिंह ने कहा कि गरीबों का पैसा मौज मस्ती के लिए नहीं है। पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक राजेश मूणत ने जानना चाहा कि राजीव युवा मितान क्लब के गठन की प्रक्रिया कैसी थी। इसमें किन लोगों को शामिल किया गया था। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और भाजपा विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि इस क्लब को दी गई राशि का ऑडिट किया जाए। इसकी राशि का दुरुपयोग किया जा रहा है। भाजपा विधायक अनुज शर्मा ने कहा कि क्या सरकार राजीव युवा मितान क्लब को भांग करेगी और भुगतान पर रोक लगाएगी।
मंत्री टंक राम वर्मा ने जवाब दिया कि रजिस्टर फॉर्म एवं समिति के प्रावधान के अनुसार राजीव युवा मितान क्लब का गठन किया गया था। प्रदेश के मुख्यमंत्री इसके अध्यक्ष थे और खेल मंत्री उपाध्यक्ष बनाए गए थे। इसमें ऑडिट का प्रावधान है । राशि के उपयोग को लेकर ऑडिट कराया जाएगा। आने वाले समय में इसे भंग किया जाएगा। इस दौरान सत्ता पक्ष के विधायकों ने राजीव मितान क्लब को भंग करने की मांग को लेकर नारे लगाने लगे। यह सिलसिला कुछ देर तक चला।