CG NEWS:बिलासपुर। गुरू घासीदास विश्वविद्यालय (केंद्रीय विश्वविद्यालय) के कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल के सक्षम नेतृत्व एवं कुशल मार्गदर्शन के साथ ही सार्थक अथक प्रयासों के परिणामस्वरूप शुद्ध एवं अनुप्रयुक्त भौतिकी विभाग में स्थापित 3 एमवी पैलेटरॉन एक्सीलरेटर मशीन पर अंतरविषयक, बहुविषयक एवं पदार्थ विज्ञान के अनेकानेक शोध क्षेत्रों के लिए भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा नियामक परिषद, मुंबई से बहुप्रतीक्षित अनुमति प्राप्त हो गई है।
एक्सीलरेटर पर शोध हेतु अनुमति प्राप्त होने के अवसर पर कुलपति प्रो. चक्रवाल ने भौतिकी विभाग के सदस्यों एवं समस्त विश्वविद्यालय परिवार को बधाई देते हुए कहा कि यह हर्ष का विषय है भारत के विश्वलविद्यालयों में स्थापित एक्सीलरेटर आधारित शोध के लिए एकमात्र कार्यशील मशीन है जिसे भारत सरकार के परमाणु ऊर्जा नियामक परिषद, मुंबई से अनुमति प्रदान की गई है। भारत में 50 माइक्रो एंपीयर हाई कंरट वाली यह एक मात्र एक्सीलरेटर मशीन है।
कुलपति प्रो. चक्रवाल ने कहा कि यह मशीन मध्य क्षेत्र के विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों तथा वैज्ञानिक शोध संस्थानों को शोध की सुविधा प्रदान करेगा साथ ही निकट भविष्य में उद्योगों को भी अपनी विशिष्ट परामर्श सेवाओं के साथ आवश्यक गुणवत्ता परीक्षण हेतु प्रायोगिक सेवाएं भी प्रदान की जाएंगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ खनिज संपदा से संपन्न क्षेत्र है तथा यहां खनिजों जिनमें कोयला, लौह-अयस्क, एलुमिनियम अयस्क इत्यादि शामिल है की शुद्धता की जांच संभव हो पाएगी।
उल्लेखनीय है कि यह अनुमति प्रारंभिक तौर पर अगले तीन महीनों तक के लिए प्राप्त हुई है, इसके सफल संपादन के उपरांत नियमित अनुमति प्रदान की जाएगी। इस अनुमति से विज्ञान के विभिन्न क्षेत्रों जैसे भौतिकी, रसायन, कृषि, फोरेंसिक सांइस, फार्मेसी, पुरातात्विक अध्ययन, जैव प्रौद्योगिकी तथा पर्यावरण विज्ञान में शोध में त्वरक केन्द्र सहायक सिद्ध होगा ।