CG NEWS:रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा में वित्त मंत्री ओ पी चौधरी ने एलान किया है कि पीएम आवास के लिए उपयोग में आने वाली रेत अब बिना रोक – टोक के मिलेगी। उन्होने सदन में एक सवाल का जवाब देते हुए यह एलान किया । प्रश्नोत्तर के दौरान कई सदस्यों ने चिंता जताई थी कि गांवों के गरीब़ों को अवैध उत्खनन के नाम पर तंग किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र में प्रश्न कल के दौरान अवैध रेत खनन परिवहन पर चर्चा हुई । इस दौरान कई सदस्यों ने रेत के खनन और परिवहन पर अपनी बात रखी। इस दौरान हास प्रयास के बीच यह दिलचस्प सवाल भी निकला कि छत्तीसगढ़ में कहां रेत से तेल निकलता है…। छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रश्न कल के दौरान विधायक श्रीमती शेष राज हरबंस और रिकेश सेन ने रेत के अवैध उत्खनन और परिवहन को लेकर दर्ज मामलों की जानकारी चाही थी। इस मूल प्रश्न पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की अनुपस्थिति में वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने जवाब दिया। सवाल – जवाब के दौर में कोटा के कांग्रेस विधायक अटल श्रीवास्तव ने कहा कि अवैध खनन और अवैध परिवहन को पूरी तरह से स्पष्ट किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब सरकार रेत खनन को लीज पर दे रही है तो छोटे-छोटे किसानों और गांव के लोगों को अवैध खनन परिवहन के नाम पर क्यों तंग किया जा रहा है। मंत्री ओपी चौधरी ने बताया कि यदि बिना लीज़ के खनन किया जा रहा हो या भौगोलिक क्षेत्र के अतिरिक्त खनन किया जा रहा हो… उसे अवैध उत्खनन माना जाता है। इसी तरह जब बिना परमिट के कोई डंपर या वाहन चलता है तो उसे अवैध परिवहन माना जाता है। उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे लोगों को प्रताड़ित किए जाने के संबंध में सदस्यों ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि विष्णु देव की सरकार में कोई बाहुबली – माफिया बच नहीं सकेगा।
बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला ने सवाल उठाया कि क्षेत्र में एक भी मुरूम खदान नहीं है । फिर भी मुरुम की सप्लाई कैसे होती है। उन्हेने बताया कि खैरा- बामू में हाईटेक लाइन गिरने की स्थिति में है। इसी तरह लछनपुर में आचार संहिता के दौरान रेत खनन की अनुमति दी गई। उन्होंने कहा कि पोकलेन से खुदाई की जा रही है और अरपा पुल को भी खोदा गया है।
भाजपा विधायक श्रीमती लता उसेंडी ने भी कहा कि छोटे-छोटे कार्यों को लेकर जो लोग रेत ले जाते हैं, उन्हें पकड़ा जा रहा है । खनिज विभाग के लोग भी सुनने को तैयार नहीं है। स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने कहा कि कई सदस्यों ने चिंता जताई है कि छोटे-छोटे काम और घर – मकान बनाने वालों के लिए को रेत ले जाने पर कार्रवाई की जा रही है। छत्तीसगढ़ में बड़ी संख्या में प्रधानमंत्री आवास के मकान बनने वाले हैं, क्या मंत्री विधानसभा में घोषणा करेंगे कि पीएम आवास के लिए रेत ले जाने की अनुमति दी जाएगी। इस पर मंत्री ओपी चौधरी ने घोषणा की कि पीएम आवास के लिए जो रेत की जरूरत होगी, वह लोगों को बेरोक-टोक मिलेगी।
नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरण दास महंत ने इस पर स्पीकर और मंत्री के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया। उन्होंने एक दिलचस्प सवाल उठाया कि रेत उत्खनन की चर्चा काफी होती है । क्या यह बताएंगे कि रेत से तेल निकलता है और एक टन रेत से कितना तेल निकलता है। तखतपुर विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि पहले तो रेत, कोयला, चावल पता नहीं किन-किन चीजों से लोगों ने तेल निकाला है। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और बिल्हा विधायक धरमलाल कौशिक ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि पिछले 5 साल रेत से तेल निकाला जाता रहा ।अब उन लोगों पर शिकंजा कसा जा रहा है। हास परिहास के बीच स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने भी चुटकी ली और कहा कि सदन में बताएं कि रेत से तेल कहां निकलता है।