CG NEWS:बिश्रामपुर।एसईसीएल जिसे कहने को तो नवरत्न कंपनी कहा जाता है लेकिन इसके ढोल के पोल कई है। एक ओर बिश्रामपुर में ही राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस अपने कुछ साथियों की एक आम सी समस्या को दो सालो से हल नहीं करने का आरोप लगाते हुए अपने हक के लिए अब धरना देने को मजबूर है।जिससे बिश्रामपुर एसईसीएल प्रबंधन की कार्य शैली पर सवाल उठने लगे है। तो दूसरी तरफ़ एसईसीएल कंपनी मुख्यालय में सतर्कता विभाग भी है। लेकिन जांच के नाम पर मामला ठंडे बस्ते में रहने की वजह से जनवरी के पहले हफ्ते में सीबीआई की एक कोयले से जुड़े मामले को लेकर एसईसीएल बिश्रामपुर की रेहर खदान में एंट्री हो चुकीं है। अब दूसरी बार इसी मामले को लेकर एक बार फिर सीबीआई की जांच शुरू हो गई है।
रिटायर्ड कोयला कामगार रामचंद्र परेशान है , उन्हे रिटायर हुए दो साल हो चुके हैं। रामचंद्र जहां पूर्व में रह रहे थे , उस मकान को खाली कर चुकाे हैं..। पर कंपनी से एलाट हुए उसके मकान में अब कोई और अन्य कर्मचारी रह रहा है..। इधर बिश्रामपुर एसईसीएल ने उसी मकान को किसी अन्य कर्मचारी को एलाट कर दिया है ..! इन सब के फेर में रामचंद्र का लाखो रूपया अटका हुआ है और मेडिकल सुविधा नही मिल पा रही है। मजबूरन वह बिश्रामपुर मुख्यालय के समाने धरने पर बैठ गया है।
मालूम हो कि एसईसीएल बिश्रामपुर के रेहर भूमिगत खदान परियोजना में जुलाई 2022 में सामने आए दो करोड़ से अधिक के कोयला घोटाले के मामले में सीबीआई रायपुर की टीम मामले की जांच में जुटी हुई है। कहा जा रहा है कि रेहर भूमिगत खदान के स्टॉक से 2700 टन कोयला शॉर्टेज हुआ था। इसे लेकर एक शिकायत के बाद इस मामले में विभागीय जांच चल रही थी..! लेकिन एसईसीएल का सतर्कता विभाग मामले को ठंडे बस्ते डाल दिया था।
एक शिकायत के बाद कार्यवाही नही होने पर मामले को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ने गंभीरता से लेते हुए सीबीआई रायपुर की टीम के कई अधिकारियों ने जांच की ।इस दौरान कई दस्तावेज जब्त भी किए गए कई दस्तावेजों की प्रतिलिपि भी जब्त की है। इस मामले में कार्यवाही आगे क्या हुई, इसे लेकर अभी तक सीबीआई रायपुर की ओर से अधिकृत जानकारी समाने नही आई है।
एक नोट शीट… एक दस्तखत… एक आदेश के ज़रिए रामचंद्र से जुड़ा सारा मामला निपट सकता है। लेकिन एसईसीएल प्रबंधन अपनी डफली अपना राग सुनने को लेकर चर्चित रहा है। इधर कथित घोटाले की फाइल अभी खुली है।अनियमितता और अफसर शाही तो यहां पर बेलगाम है। सब कुछ यहां पर सामान्य नहीं है। सीबीआई की एंट्री तो यही संकेत दे रही है।