CG NEWS:बिलासपुर । छत्तीसगढ़ शासन के स्कूल शिक्षा विभाग ने भीषण गर्मी को देखते हुए स्कूलों में छुट्टी का आदेश जारी किया है। लेकिन बिलासपुर शहर में सेंट जेवियर हाई स्कूल रोज लग रहा है। यहां भीषण गर्मी में भी बच्चे रोज आने को मजबूर है। स्कूल की प्रिंसिपल का कहना है कि कक्षाएं नहीं लगाई जा रही हैं। लेकिन सुबह कोई भी वहां पहुंचकर देखा सकता है कि सचाई क्या है। हैरत की बात है कि संभागीय मुख्यालय बिलासपुर में सरकारी आदेश को ठेंगा दिखाकर एक स्कूल संचालित है और किसी की भी नजर नहीं पड़ रही है।
जैसा कि मालूम है कि छत्तीसगढ़ शासन के शिक्षा विभाग ने पिछले हफ्ते एक आदेश जारी कर स्कूलों में छुट्टी कर दी थी। इस आदेश में कहा गया था कि छत्तीसगढ़ में भीषण गर्मी को देखते हुए सभी शासकीय, अशासकीय और शासकीय अनुदान प्राप्त शालाओं में ग्रीष्मकालीन अवकाश में परिवर्तन किया गया है। जिसके तहत स्कूलों में छुट्टी कर दी गई है। इस आदेश के बाद सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। लेकिन बिलासपुर शहर में व्यापार विहार स्थित सेंट जेवियर हाई स्कूल में कक्षाएं रोज लग रही हैं। बच्चे रोज की तरह सुबह स्कूल पहुंचते हैं और छुट्टी के बाद भीषण गर्मी में वापस लौटते हैं। इस बारे में जब स्कूल के प्रिंसिपल से बात की गई तो उन्होंने इस बात से इनकार किया कि शासन के आदेश के विरुद्ध स्कूल लगाया जा रहा है। जबकि सीजीवाल के रिपोर्टर जब सुबह सोमवार को सुबह 7 बजे स्कूल परिसर पहुंचे तो गेट के बाहर देख कर समझा जा सकता था कि स्कूल रोज की तरह लग रहा है। बच्चे पीठ पर बस्तर लादकर स्कूल पहुंच रहे हैं। बच्चों को लेकर स्कूल पहुंचने वाली गाड़ियां भी वहां नजर आई। तस्वीरें भी बयां कर रही हैं कि प्रिंसिपल के दावे की सचाई क्या है।
इस बारे में कुछ बच्चों से बात हुई तो उन्होंने भी बताया कि रोज स्कूल आ रहे हैं। हालांकि बच्चों के पेरेंट्स कुछ कहने की स्थिति में नहीं है। समझा जा सकता है कि स्कूल प्रबंधन को लेकर किसी तरह की बात पालक खुलकर कह नहीं सकते । इसकी भी वजह है। लेकिन सबसे बड़ी हैरत की बात यह है कि संभागीय मुख्यालय में सरकारी आदेश को ठेंगा दिखाकर एक स्कूल प्रबंधन भीषण गर्मी में भी स्कूल चला रहा है। लेकिन किसी की भी नजर उस और नहीं है। बताया यह भी गया है कि सेंट जेवियर हाई स्कूल में मई तक कक्षाएं लगेंगी। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या मौसम की गर्मी का असर सेंट जेवियर हाई स्कूल के बच्चों पर नहीं हो रहा होता…?