CG news।लोगों के स्वास्थ्य से जुड़ा है स्वास्थ्य विभाग, इसमें किसी भी प्रकार कोताही या लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। दूरस्थ और पहुंच विहीन क्षेत्रों के लोगों तक बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारी पहली प्राथमिकता है और स्वास्थ्य सुविधाओं एवं सेवाओं की पहुंच में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं होनी चाहिए, इसका विशेष ध्यान रखें।
उक्त बातें आज कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक में कही। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव, सहायक कलेक्टर युवराज मरमट भी मौजूद रहे।
कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में स्वास्थ्य विभाग की मैराथन बैठक ली। उन्होंने जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति, आमजनों तक सेवाओं की पहुंच, स्वास्थ्य केंद्रों की स्थिति, चिकित्सकों की उपलब्धता, चिकित्सकीय उपकरणों, दवाइयों की उपलब्धता सहित अन्य महत्वपूर्ण मानकों के संबंध में विस्तृत जानकारी ली।
स्वास्थ्य कार्यक्रमों में जिले के परफॉर्मेंस को बेहतर बनाने तथा स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा मॉनिटरिंग व्यवस्था को मजबूत बनाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग की टीम को महिला बाल विकास विभाग के साथ आपस में समन्वय के साथ कार्य करने के निर्देश दिए।
उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत संचालित सभी योजनाओं के कार्य प्रगति की जानकारी लेते हुए योजनाओं के संचालन में प्रगति लाने हेतु आवश्यक कार्य योजना तैयार कर प्रस्तुत करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक 15 दिन में विकासखण्डवार प्रगति की समीक्षा करें। इस दौरान उन्होंने अब तक जिले में बनाये गये आयुष्मान कार्ड के संबंध में जानकारी लेते हुए शत-प्रतिशत लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश दिए
कार्तिकेया गोयल ने जिले के समस्त उप स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र एवं जिला अस्पताल में मानव संसाधन उपकरण लैब की मांग एवं आपूर्ति के संबंध में जानकारी ली और जिले के समस्त अधूरी स्वास्थ्य सरंचनाओं के निर्माण कार्य को अति शीघ्र पूर्ण करने को कहा।
उन्होंने जिला अस्पताल तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों के लैब में जांच की जाने वाली बीमारियों की जानकारी ली और कहा कि जिन बीमारियों की जांच की सुविधा उपलब्ध है, उसकी नियमित जांच हो।
कलेक्टर श्री गोयल ने निर्माणाधीन सीएचसी सेंटर की जानकारी ली। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि निर्माण कार्यों का स्पॉट पर जाकर स्वयं निरीक्षण करें। ठेकेदार द्वारा तैयार कराये जा मटेरियल को परखे, ताकि बिल्डिंग आगे चलकर कमजोर न हो और बारिश के समय सीपेज की समस्या न आए।
संस्थागत प्रसव बढ़ाने चलाएं अभियान
कलेक्टर श्री गोयल ने जिले के कुछ सीएचसी सेंटर में कम संस्थागत प्रसव को लेकर गहरी नाराजगी जतायी। उन्होंने कहा कि पहले अभियान चलाकर लोगों को संस्थागत प्रसव के लिए जागरुक करें और शासकीय स्वास्थ्य केन्द्रों में आने के लिए प्रेरित करें। शासन के संस्थागत प्रसव की योजना का लाभ महिलाओं को मिले इसके लिए सार्थक पहल करने की आवश्यकता है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लगातार ग्रामीण क्षेत्रों में संस्थागत प्रसव को लेकर जागरुकता अभियान चलाने के साथ-साथ मितानिनों व कार्यकर्ताओं के माध्यम से ग्रामीणों को जागरूक करने में जुट जाएं।
अस्पतालों में दवाइयों का हो पर्याप्त स्टॉक
कलेक्टर श्री गोयल ने सीएमएचओ से कहा कि आगामी ग्रीष्म ऋतु आने वाली है। इस बात पर विशेष ध्यान रखें और ऐसी कार्ययोजना बनाएं कि कही भी उल्टी-दस्त की शिकायत नहीं मिलनी चाहिए। स्वास्थ्य केन्द्रों में शासन से मिलने वाली सभी दवाईयां की उपलब्धता सुनिश्चित करवायें, जिससे ग्रामीण जनों को भटकना न पड़े।
जिले को एनीमिया मुक्त बनाने बनाएं कार्ययोजना
कलेक्टर श्री गोयल ने जिले को एनीमिया मुक्त बनाने के लिए एनीमिक बच्चों, किशोर-किशोरियों और एनीमिक माताओं की संख्या व प्रतिशत और जिले में एनीमिया कम करने के लिए किये जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने जिले के सभी गांवों और नगरीय निकायों में एनीमिक मरीजों की संख्या में कमी लाने जागरूकता कार्यक्रम, एनीमिया से बचाव के लिए आयरन फोलिक एसिड व कृमिनाशक का संपूर्ण डोज लेने, वर्षभर सघन व्यवहार परिवर्तन, संवाद अभियान, डिजिटल माध्यम से एनीमिया जांच स्थल का प्रचार-प्रसार सहित तमाम विषयों पर चर्चा की और आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
डॉक्टर एवं नर्सेज रहें मुख्यालय में
कलेक्टर श्री गोयल ने जिले के सभी डॉक्टर्स एवं नर्सेज को मुख्यालय में निवास करने के निर्देश दिए है। स्वास्थ्य विभाग के सभी डॉक्टर्स, नर्सेज और अन्य पैरामेडिकल स्टाफ अपने निर्धारित मुख्यालय पर ही निवास करेंगे तो इससे आधी समस्याएं तो ऐसे ही दूर हो जाएंगी। उन्होंने सीएमएचओ से कहा कि ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने के लिए हमेशा औचक निरीक्षण करें एवं कर्मियों के मुख्यालय निवास की जांच कर लापरवाही करने वालों पर सख्ती से कार्यवाही करें।