रायपुर/बिलासपुर।आबकारी घोटाला मामले में ACB/EOW ने कार्रवाई में तेज लाते हुए आबकारी विभाग के पूर्व विशेष सचिव एपी त्रिपाठी को गिरफ्तार किया है. त्रिपाठी के खिलाफ ईओडब्लू में एफआईआर दर्ज हो चुका है. इससे पहले एसीबी/ईओडब्ल्यू अरविंद सिंह और अनवर ढेबर को गिरफ्तार कर चुकी है।
मीडिया रिपोर्ट अनुसार जानकारी के मुताबिक, दो हज़ार करोड़ के शराब घोटाले के मामले में ईओडब्ल्यू ने आबकारी विभाग के विशेष सचिव अरुणपति त्रिपाठी को बिहार से गिरफ्तार किया है, जहां से अब उसे रायपुर लाया जा रहा है. अरुणपति त्रिपाठी को ईओडब्ल्यू ने शराब घोटाले मामले में सिंडिकेट का प्रमुख किरदार माना है.
छत्तीसगढ़ में ACB और EOW ने बड़ी कार्रवाई करते हुए आबकारी विभाग के छह हजार करोड़ रुपए के शराब घोटाले में प्रदेश के कई जगहों पर छापेमारी की है। गुरुवार की सुबह अफसरों की टीम ने एक साथ घोटाले से जुड़े लोगों के यहां दबिश दी और जांच शुरू कर दी है।
इसमें रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बिलासपुर सहित 20 से 22 जगहों पर एक साथ कार्रवाई चल रही है। बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस मामले में ACB-EOW में केस दर्ज कराया है, जिसके बाद यह छापेमारी की जा रही है।
गुरुवार सुबह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के दो करीबी शराब कारोबारियों पप्पू बंसल और विजय भाटिया के यहां ACB की टीम पहुंची है। पप्पू बंसल न्यू खुर्शीपार में रहते हैं और विजय भाटिया का बंगला नेहरू नगर पूर्व में है। दोनों जगह छापे की कार्रवाई जारी है।
इसी कड़ी में शराब कारोबार से जुड़े लोगों के साथ ही उनके सीए को ACB और EOW ने निशाना बनाया है। जिसमें बिलासपुर में भी टीम ने तीन से चार जगहों पर दबिश दी है। इसमें एफएल 10 ए कंपनी के सीए संजय मिश्रा के ऑफिस और घर सहित बाकी जगहों पर कार्रवाई चल रही है।
ACB-EOW ने केस दर्ज करने के बाद करीब दो महीने पहले बिलासपुर के सरगांव स्थित भाटिया डिस्टलरी और कोटा स्थित वेलकम डिस्टलरी में छापेमारी की थी। साथ ही दुर्ग के कुम्हारी स्थित केडिया डिस्टलरी, रायपुर में अनवर ढेबर, पूर्व मुख्य सचिव विवेक ढांड समेत रिटायर्ड IAS अनिल टुटेजा के ठिकानों पर जांच की थी।
माना जा रहा है कि उस कार्रवाई में मिले इनपुट के आधार पर टीम आगे की कार्रवाई कर रही है।