CG NEWS:रायपुर। अब छत्तीसगढ़ में बीच सत्र के बीच रिटायर होने वाले शिक्षकों को पुनर्नियुक्ति के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने बड़ा फैसला किया है। जिसके तहत बीच सत्र में रिटायर होने पर शिक्षक को स्वयं ही पुनर्नियुक्ति मिल जाएगी। यह नियुक्ति चालू शिक्षा सत्र के लिए दी जाएगी।
जैसा कि मालूम है कि अब तक होता रहा है कि यदि कोई शिक्षक शिक्षा क्षेत्र के चलते हुए बीच सत्र में रिटायर होता था तो उसे फिर से नियुक्ति के लिए जिला शिक्षा अधिकारी या दूसरे बड़े अफसर के पास आवेदन लेकर भटकना पड़ता था। कई बार फिर से नियुक्ति के आवेदन पर मंजूरी होने में कई महीने का समय भी लग जाता था। इस बीच उस शिक्षक की क्लास के बच्चों की भी पढ़ाई प्रभावित होती थी। इसे देखते हुए छत्तीसगढ़ सरकार ने शिक्षकों के रिटायरमेंट को लेकर यह फैसला किया है। सरकारी और शत प्रतिशत अनुमान अनुदान प्राप्त शालाओं के सहायक शिक्षकों से लेकर प्राचार्य तक को अब इस फैसले का फायदा मिल सकेगा। इससे स्कूल के बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित नहीं होगी और शिक्षकों को भी अफसर के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे।
खबर मिली है कि शिक्षा विभाग ने अभी यह सुविधा 2024- 25 सत्र के लिए दी है। उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में भी इसे जारी रखा जा सकता है। जानकारी के मुताबिक इस बारे में डीपीआई दिव्या मिश्रा ने शिक्षा विभाग को एक प्रपोजल भेजा था। जिसे मंजूर करते हुए शिक्षा विभाग ने कहा है कि सरकारी और अनुदान प्राप्त स्कूलों के शिक्षक संवर्ग को पुनर्नियुक्ति प्रदान करने की अनुशंसा की जाती है। जिससे सेवानिवृत्त होने वाले शिक्षकों को स्वमेव ही पुनर्नियुक्ति मिल सकेगी । इस संबंध में यह भी कहा गया है कि पुनर्नियुक्ति से इनकार करने वाले शिक्षक क्या प्राचार्य को यह सुविधा नहीं दी जाएगी। ऐसे शिक्षक या प्राचार्य को सेवानिवृत्ति कर दिया जाएगा। नई व्यवस्था के मुताबिक इसका पालन करने कहा गया है । खबरों के मुताबिक शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने इस बारे में संज्ञान लिया और बीच सत्र में शिक्षकों को रिटायर न कर उन्हें पुनर्नियुक्ति देते हुए बच्चों को सुविधा देने के उद्देश्य से यह फैसला किया गया है।