Chandrayaan-3 Update: चांद के राज जानने में जुटा चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) का रोवर ‘प्रज्ञान’ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव (South Pole) पर स्थित शिव शक्ति प्वाइंट (Shiv Shakti Point) पर लगातार चहलकदमी कर रहा है और इसने अब तक लगभग आठ मीटर की दूरी सफलतापूर्वक तय (fixed successfully) कर ली. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चांद पर घमूते प्रज्ञान रोवर का वीडियो शेयर करते हुए यह जानकारी की. वहीं केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह (Jitendra Singh) ने भी इस बारे में ट्वीट करते हुए कहा, ‘चांद से ताज़ा अपडेट: चंद्रमा की सतह को छूते ही प्रज्ञान रोवर हरकत में आ गया, दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रमा के रहस्यों की खोज में घूम रहा है!’
Chandrayaan-3 Mission:
🔍What’s new here?Pragyan rover roams around Shiv Shakti Point in pursuit of lunar secrets at the South Pole 🌗! pic.twitter.com/1g5gQsgrjM
— ISRO (@isro) August 26, 2023
इसरो ने इससे पहले शुक्रवार को बताया था कि चंद्रयान-3 के रोवर ‘प्रज्ञान’ ने चांद की सतह पर लगभग आठ मीटर की दूरी सफलतापूर्वक तय कर ली है और इसके उपकरण चालू हो गए हैं. अंतरिक्ष एजेंसी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पहले ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, ‘सभी नियोजित रोवर गतिविधियों को सत्यापित कर लिया गया है. रोवर ने लगभग आठ मीटर की दूरी सफलतापूर्वक तय कर ली है. रोवर के उपकरण एलआईबीएस और एपीएक्सएस चालू हैं.’
इसने कहा कि प्रोपल्शन मॉड्यूल, लैंडर और रोवर पर सभी उपकरण सामान्य ढंग से काम कर रहे हैं. उपकरण ‘अल्फा पार्टिकल एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर’ (APXS) का लक्ष्य चंद्र सतह की रासायनिक संरचना और खनिज संरचना का अध्ययन करना है. वहीं, ‘लेजर-इंड्यूस्ड ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप’ (LIBS) चंद्रमा पर लैंडिंग स्थल के आसपास की मिट्टी और चट्टानों की मौलिक संरचना की पड़ताल के लिए है.
इसरो ने इससे पहले गुरुवार को कहा था कि लैंडर उपकरण इल्सा, रंभा और चेस्ट को चालू कर दिया गया है. चंद्र सतह तापीय-भौतिकी प्रयोग (चेस्ट) नामक उपकरण चंद्रमा की सतह के तापीय गुणों को मापेगा. भारत ने बुधवार को तब इतिहास रच दिया जब चंद्रयान-3 की सफल ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ के साथ यह चांद के दक्षिणी ध्रुव क्षेत्र पर ऐसा साहसिक कारनामा करने वाला दुनिया का अब तक का एकमात्र देश बन गया.