Get all latest Chhattisgarh Hindi News in one Place. अगर आप छत्तीसगढ़ के सभी न्यूज़ को एक ही जगह पर पढ़ना चाहते है तो www.timesofchhattisgarh.com की वेबसाइट खोलिए.

समाचार लोड हो रहा है, कृपया प्रतीक्षा करें...
Disclaimer : timesofchhattisgarh.com का इस लेख के प्रकाशक के साथ ना कोई संबंध है और ना ही कोई समर्थन.
हमारे वेबसाइट पोर्टल की सामग्री केवल सूचना के उद्देश्यों के लिए है और किसी भी जानकारी की सटीकता, पर्याप्तता या पूर्णता की गारंटी नहीं देता है। किसी भी त्रुटि या चूक के लिए या किसी भी टिप्पणी, प्रतिक्रिया और विज्ञापनों के लिए जिम्मेदार नहीं हैं।
Chhattisgarh में BJP ने फिर चौंकाया..राज्यसभा कैंडिडेट लिस्ट देखकर लोकसभा टिकट दावेदारों की उड़ी नींद..!कहीं यह ट्रेलर तो नही?

(गिरिजेय)राज्यसभा चुनाव के लिए BJP ने इतवार की शाम अपने उम्मीदवारो की लिस्ट जारी कर दी। करीब – करीब देश के तामम हिस्सों में उम्मीदवारों के नाम सामने आ गए हैं । लेकिन छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के लिए उम्मीदवार का नाम देखकर एक बर फिर लोग चौक गए…….। साथ ही पिछले तज़ुर्बे को ख्याल में रखकर आने वाले लोकसभा चुनाव का ट्रेलर मानते हुए लोगों के बीच सुगबुगाहट शुरू हो गई है।

Chhattisgarh में BJP की राज्यसभा सदस्य सरोज पांडे का कार्यकाल पूरा हो रहा है। इस बज़ह से एक सीट के लिए राज्यसभा सदस्य का चुनाव होने जा रहा है। कार्यक्रम जारी हो चुके हैं। जाहिर सी बात है कि हाल के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को मिली जबरदस्त जीत के बाद समीकरण साफ है कि इस बार छत्तीसगढ़ में राज्य सभा चुनाव में बीजेपी की जीत पक्की है ।

इसके मद्देनजर लोगों को भाजपा के उम्मीदवारों की लिस्ट का इंतजार था । पिछले कुछ दिनों से कई नाम मीडिया में चर्चित भी रहे हैं। लेकिन इतवार की शाम जब बीजेपी के राज्यसभा उम्मीदवारों की लिस्ट सामने आई तो सभी एक बार फिर चौंक गए। जैसे भाजपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ के सभी सांसदों की टिकट काटकर नए चेहरे सामने लाए थे……।

जैसे छत्तीसगढ़ में नए चेहरे को प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बनाया गया था …….। जैसे 2023 के विधानसभा उम्मीदवारों की लिस्ट में कई नए चेहरे सामने आए थे………। जैसे 2023 विधानसभा चुनाव के बाद विष्णु देव साय के रूप में नए चेहरे को मुख्यमंत्री की कमान सौंप गई…… ।

जैसे नए चेहरे के रूप में अरुण साव और विजय शर्मा को उपमुख्यमंत्री बनाया गया…। तब भी लोग चौंक गए थे….. और राज्यसभा उम्मीदवारों की लिस्ट सामने आने पर फिर चौंक गए।

इतवार की देर शाम मीडिया में खबर आई कि बीजेपी ने इस बार सरोज पांडे की टिकट काट दी है। उनकी जगह राजा देवेंद्र प्रताप सिंह को भाजपा ने छत्तीसगढ़ से अपना उम्मीदवार बनाया है। यह नाम सामने आते ही मीडिया सहित सियासत में दिलचस्पी रखने वाले तमाम लोगों के बीच एक बार फिर सस्पेंस… थ्रिल और सीक्रेट जैसे शब्दों के बीच नए नाम की खोजबीन शुरू हुई।

लोग यह जानने को उत्सुक थे कि राजा देवेंद्र प्रताप सिंह कौन हैं, जिन्हें भाजपा ने अपना राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है। लोगों के बीच इस बात को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं चलती रही । लोग अपने – अपने हिसाब से बीजेपी उम्मीदवार के पता -ठिकाना तक पहुंचने की कोशिश करते रहे । यह नाम बहुत अधिक चर्चित नहीं होने की वज़ह से लोग छत्तीसगढ़ के सभी पुराने राजे -रजवाड़ों के बारे में जानकारी खंगालते रहे।

लेकिन बाद में आधिकारिक जानकारी के मुताबिक यह बात सामने आई की देवेंद्र प्रताप सिंह ले लैलूंगा के गोंड़ आदिवासी राज परिवार से हैं। उनके पिता सुरेंद्र कुमार सिंह विधायक रहे। वे कांग्रेस से जुड़े थे और एक बार राज्यसभा के सदस्य भी चुने गए थे। लेकिन देवेंद्र प्रताप सिंह ने बीजेपी का दामन थाम लिया था।

देवेंद्र प्रताप सिंह संगठन में सक्रिय रहे। अनुसूचित जनजाति समाज से आने वाले देवेंद्र प्रताप सिंह को 2005 – 6 में बीजेपी ने अजजा मोर्चा का प्रदेश मंत्री बनाया। 2008 में प्रदेश भाजपा में विशेष आमंत्रित सदस्य बनाया । 2011-12 में वे अनुसूचित जनजाति मोर्चा रायगढ़ के जिला अध्यक्ष रहे। 2011 में उन्हें अनुसूचित जनजाति मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में भी सदस्य के रूप में शामिल किया गया। वे इस समय लैलूंगा से जिला पंचायत के सदस्य हैं और रेल मंत्रालय के अंतर्गत रेलवे हिंदी सलाहकार समिति के सदस्य हैं।

यक़ीनन राज्यसभा उम्मीदवार के रूप में उनका नाम चौंकाने वाला नाम है। चौंकाने वाला यह नाम सामने आने के बाद सियासी हल्कों में यह साफ हो गया कि भाजपा ने एक बार फिर गोंड़- आदिवासी समाज से एक उम्मीदवार को राज्यसभा भेजने की तैयारी करते हुए आदिवासी कार्ड खेला है।

भाजपा को उम्मीद है कि छत्तीसगढ़ में जिस तरह आदिवासी मुख्यमंत्री बनाया गया और अब राज्यसभा उम्मीदवार बनाया गया है, उसका असर लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ सहित झारखंड, उड़ीसा ,मध्य प्रदेश जैसे इलाकों में भी होगा। छत्तीसगढ़ में लोकसभा की 11 से चार सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए रिजर्व है। पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने इसमें से तीन सीटें जीती थी। इस बार उसे और बेहतर नतीजे की उम्मीद है ।

जाहिर तौर पर लोकसभा चुनाव में एक बेहतर नतीजे की उम्मीद के साथ भाजपा ने यह दांव खेला है । लेकिन लगातार चौंकाते जा रहे बीजेपी के दांव से लोकसभा चुनाव में टिकट की दावेदारी कर रहे तमाम लोगों के माथे पर लकीरें पड़ना लाजमी है। हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव के नतीजे के बाद भाजपा में लोकसभा टिकट के दावेदारों की फेहरिस्त लंबी हो गई है।

कई जगह पुराने दिग्गज और कई नए चेहरे भी कि टिकट के लिए किस्मत आजमा रहे हैं। लोकसभा चुनाव की सुगबुगाहट के बीच टिकट की दौड़ भी शुरू हो गई है । लेकिन कई दावेदारों ने रिवाज़ी और तरीके से पार्टी के बड़े नेताओं की परिक्रमा भी शुरू कर दी है और पुराने दांव भी आजमाए जा रहे हैं। लेकिन जिस तरह से राज्यसभा टिकट के लिए चौंकाने वाला नाम सामने आया है, उसे देखकर लोकसभा टिकट के सभी दावेदारों की नींद उड़ गई है । 2019 के पिछले लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने सारे कैंडिडेट बदलने का दांव खेला था।

बीजेपी का यह दांव कामयाब भी रहा। लिहाजा भाजपा इस बार भी नए और चौंकाने वाले नाम सामने लाए तो हैरत की बात नहीं होगी। बहरहाल लोकसभा चुनाव का बिगुल फूंके जाने से पहले ही बीजेपी में टिकट की दौड़ अब दिलचस्प हो गई है और लोग एक बार फ़िर से चौंकने के लिए तैयार हो रहे हैं।

https://www.cgwall.com/bjp-again-surprised-in-chhattisgarh-after-seeing-the-rajya-sabha-candidate-list/