Delhi News: दिल्ली में छठ और दीपावली को लेकर आम आदमी पार्टी सरकार और भाजपा के बीच चल रही राजनीतिक बयानबाजी के बीच भाजपा ने दिल्ली के वोटरों से यह वादा किया है कि अगर 2025 में भाजपा दिल्ली राज्य में सत्ता में आयेगी तब हिन्दू पर्व दीपावली एवं छठ परम्परागत हर्षोल्लास से मनेगी और प्रदूषण भी काबू में रहेगा। भाजपा के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष वीरेन्द्र सचदेवा, लोकसभा सांसद मनोज तिवारी, प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश प्रताप सिंह और भाजपा दिल्ली प्रदेश के पूर्वांचल मोर्चा अध्यक्ष नीरज तिवारी ने मीडिया से बात करते हुए छठ महापर्व पर केजरीवाल सरकार और आप शासित दिल्ली नगर निगम के रवैये की जमकर आलोचना करते हुए कई गंभीर आरोप भी लगाएं।
वीरेन्द्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि आस्था और परंपरा के प्रतीक छठ पूजा की तैयारियों के नाम पर अरविंद केजरीवाल सरकार सिर्फ तुष्टिकरण की राजनीति कर रही है। 1993 में जब स्वः मदन लाल खुराना जी की सरकार बनी तबसे छठ पूजा दिल्ली के अंदर बड़े ही धूमधाम के साथ मनाई जाने लगी, लेकिन अरविंद केजरीवाल सरकार के सत्ता में आने के बाद हर बार छठ के नाम पर पूर्वांचलियों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मां यमुना की सफाई के नाम पर दिल्ली सरकार ने भ्रष्टाचार किया है और आज यमुना नदी की स्थिति पहले से बदतर है। सांसद मनोज तिवारी के साथ उन्होंने स्वयं कालिंदी कुंज में निरीक्षण किया और यमुना मे तैरते केमिकल झाग देखे।
सचदेवा ने कहा कि केजरीवाल सरकार हिंदूओं और खासकर पूर्वांचलियों की आस्था के साथ खिलवाड़ कर रही है। एक तरफ अरविंद केजरीवाल की मंत्री छठ पूजा की तैयारियों को लेकर नए-नए ऐलान कर रही हैं जबकि दूसरी तरफ केजरीवाल सरकार ने कोर्ट में एफिडेविट देकर कहा है कि छठ पर्व के कारण यमुना प्रदूषित हो सकती है।
उन्होंने कहा कि केजरीवाल सिर्फ यमुना प्रदूषण का बहाना बनाकर छठ महापर्व को बाधित करने का काम कर रहे हैं। जबकि, छठ सिर्फ दिल्ली में ही नहीं बल्कि अन्य शहरों में भी नदी किनारे काफी धूमधाम से मनाई जाती है। लेकिन, वहां कभी इसकी शिकायत नहीं आती। केजरीवाल सरकार घाटों की सफाई और अन्य जरूरी सफाइयां नहीं करती, लेकिन छठ मैया के समय पर ऑड इवन लागू कर पूर्वांचलियों को छठ घाट आने से रोकने का प्रयास जरुर कर रही है।
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि दिल्ली के लोग आज भी यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर छठ महापर्व को बाधित करने में आप सरकार इतनी रुचि क्यों रखती है। अगर यमुना प्रदूषित होने का मुख्य कारण केजरीवाल छठ महापर्व को बता रहे हैं तो फिर यह उनकी मूर्खता की पराकाष्ठा है क्योंकि जिन शहरों में गंगा, ब्रह्मपुत्र और अन्य नदियां बहती है तो वहां छठ उत्सव के बाद स्थिति में बदलाव क्यों नहीं आता। छठ महापर्व के गानो में भी इसकी आस्था और परंपरा का उल्लेख होता है। यमुना में गंगा जल और गाय के दूध की जगह आज केमिकल और नाले का गंदा पानी प्रवाहित किया जा रहा है। केजरीवाल की हिंदू विरोधी नीति का हम विरोध करते हैं और अगर हिंदुओं की आस्था के साथ केजरीवाल सरकार खिलवाड़ करती रहेगी तो इसे भाजपा नहीं बर्दाश्त करेगी। उन्होंने कहा कि आने वाले 2025 के चुनाव में जब दिल्ली में भाजपा की सरकार बनेगी, तब दीपावली एवं छठ जैसे हिंदू पर्व परम्परागत हर्षोल्लास से मनेगी। प्रदूषण स्थिति भी पहले से बेहतर होगी।
प्रदेश उपाध्यक्ष दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि केजरीवाल सरकार को दीपावली शुरु होते ही दिल्ली में प्रदूषण की चिंता होने लगती है और वह छठ पूजा तक चलती है। जबकि, प्रदूषण के कारण दिल्लीवासी पूरे 12 महीने परेशान रहते हैं। मुख्यमंत्री केजरीवाल का छठ पर ही प्रदूषण के नियमों को लगाना राजनीति से प्रेरित है। उनका पूर्वांचल विरोधी चेहरा हर साल छठ में उजागर होता है।
दिल्ली भाजपा पूर्वांचल मोर्चा अध्यक्ष नीरज तिवारी ने कहा कि एक तरफ आप मंत्री आतिशी 1,000 छठ घाट बनाने का आदेश दे रही हैं और दूसरी तरफ उनके ही बवाना विधायक जय भगवान खड़े होकर छठ घाट तुड़वाने का काम कर रहे हैं, जिसका फोटो उनके पास है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की महापौर द्वारा 40,000 रुपये प्रति छठ समितियों को देने की घोषणा की गई। लेकिन, उनके विधायक उन पैसों को लेने के लिए केजरीवाल की फोटो लगाने का दबाव डाल रहे हैं।