रायपुर : देश में आजकल हर जगह CBI – ED छपे मर रही है। वहीं आज सुबह छत्तीसगढ़ में ED ने बिलासपुर समेत कई शहरों में छापेमारी की है। छापेमारी को लेकर प्रदेश में राजनितिक बयानबाजी का सिलसिला शुरू हो गया है। बता दें कि नेता उद्योगपति, चार्टर एकाउंटेंट सहित कई लोगों पर ईडी ने दबिश दी है। प्रदेश में कोयला कारोबारी सारडा ग्रुप, विधायक विनोद चंद्राकर और प्रापर्टी डीलर के घर ईडी की टीम ने मंगलवार को सुबह दबिश दी। रायपुर,दुर्ग-भिलाई, महासमुंद, बिलासपुर और रायगढ़ में ईडी की टीम पहुंची है, जहां कार्रवाई चल रही है। इधर ईडी के छापे पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
ईडी की छापेमारी इस बार उद्योगपतियों के साथ-साथ नेताओं और अधिकारियों के ठिकानों पर एक साथ हुई है। छापेमारी के दौरान ईडी की दिल्ली और छत्तीसगढ़ की टीम शामिल है। उल्लेखनीय है कि पिछले छह महीने से ईडी की टीम कोयला परिवहन घोटाले की जांच कर रही है। इधर, मुख्यमंत्र भूपेश बघेल लखनऊ के लिए रवाना होने से पहले छापे को लेकर केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया है।
उन्होंने कहा कि किसान, व्यापारी, नेता, अधिकारी, सब पर ईडी छापा मारती है, लेकिन अडानी पर ईडी छापा नहीं मारती है। नान घोटाला, चिटफंड और महादेव एप पर कार्रवाई नहीं करती है। जानकारी में ये बात आयी है कि महादेव एप सट्टा में भी कई भाजपा नेताओं के नाम हैं,इसलिए उसकी भी जांच नहीं होती। भाजपा के राष्ट्रीय नेताओं के इशारे पर यह सब किया जा रहा है। ईडी को निष्पक्ष होना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अमित शाह के शब्दों में क्रोनोलाजी समझिए। राहुल गांधी के बोलने के सवाल के बाद मुकदमा दर्ज हो जाता है। अडानी के खिलाफ जांच की मांग कर रहे हैं तो भाजपा के लोग कहते हैं कि हमारे खिलाफ कार्रवाई है। क्या अडानी ही भाजपा है। हालांकि हिडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आने के बाद अडानी ने खुद कहा था, यह भारत पर हमला है। इसका मतलब क्या समझा जाए।
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