प्रवर्तन निदेशालय (ed) ने रांची के बड़गाईं अंचल में 8.46 एकड़ जमीन के घोटाले में झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और निलंबित राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के खिलाफ रांची स्थित पीएमएलए कोर्ट में शनिवार को चार्जशीट फाइल कर दी।
सोरेन को 31 जनवरी को गिरफ्तार किया था। उनकी न्यायिक हिरासत के 60 दिन आज पूरे हो गए। नियमतः किसी अभियुक्त की गिरफ्तारी के 60 दिन के भीतर चार्जशीट फाइल करना अनिवार्य होता है। ईडी की टीम एक ट्रंक में चार्जशीट के कागजात लेकर शाम करीब 4.20 बजे रांची कोर्ट पहुंची।
ईडी ने हेमंत सोरेन के खिलाफ कुल 5,500 पन्नों में चार्जशीट फाइल की है। इसमें मनीलॉन्ड्रिंग में उनकी भूमिका के बारे में विस्तार से बताया गया है।
गिरफ्तार किए जाने के बाद ईडी ने हेमंत सोरेन को रिमांड पर लेकर 3 फरवरी से पूछताछ शुरू की थी। अदालत के आदेश पर उनकी रिमांड की अवधि दो बार बढ़ाई गई है और उनसे कुल 13 दिनों तक जमीन की खरीदारी, व्हाट्सअप चैटिंग, अफसरों की ट्रांसफर-पोस्टिंग में लेनदेन सहित कई बिंदुओं पर पूछताछ की गई थी। एजेंसी ने कोर्ट को बताया था कि सोरेन ने कई बिंदुओं पर सीधा और संतोषजनक जवाब नहीं दिया।
सोरेन जमीन पर अपनी स्वामित्व की बात से लगातार इनकार करते रहे हैं। इस पर ईडी ने उनके सामने बड़गाई अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के मोबाइल से मिले 8.46 एकड़ जमीन के साक्ष्य को रखा था।
सोरेन फिलहाल 4 अप्रैल तक न्यायिक हिरासत में हैं। ईडी की चार्जशीट के बाद उनके खिलाफ मुकदमा चलाने की आगे की कार्यवाही शुरू होगी।