Education Department/गौरेला : गौरेला पेंड्रा मरवाही जिला कलेक्टर प्रियंका महोबिया ने विकास खंड शिक्षा अधिकारी गौरेला और पेंड्रा दोनो को कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
दोनो अधिकारियों ने स्वेच्छाचारिता से लापरवाही व अनुशासनहीनता दिखाते हुए बिना किसी आधार व आदेश के विकासखंड के शिक्षकों का वेतन रोकने को लेकर कार्रवाई की है।
इस मामले में संज्ञान लेते हुए जिला कलेक्टर ने अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है यदि वे निर्धारित समयावधि में नोटिस का संतोषजनक जवाब पेश नहीं करने पर एक पक्षीय कार्रवाई की जा सकती है।
विकासखंड शिक्षा अधिकारी पेंड्रा आर एन चंद्रा को जारी नोटिस में बताया गया है कि 3 शिक्षकों का सितम्बर महीने से वेतन रोकने की बात संज्ञान में आई है। वेतन रोकने की सूचना किसी भी उच्च अधिकारी को नहीं दी गई है। इस संबंध में लगातार शिकायतें मिल रही हैं। BEO पेंड्रा के खिलाफ पहले भी कई प्रकार की शिकायतें मिली थी।
जिला कलेक्टर ने विकास खंड शिक्षा अधिकारी को कार्यप्रणाली में सुधार के लिए मौखिक निर्देश दिए थे। उसके बाद भी BEO की प्रणाली में बदलाव नहीं हुआ। कर्मचारियों का बिना किसी आधार व आदेश के वेतन रोकने की कार्रवाई की गई है। इससे ऐसा लग रहा है कि आपके द्वारा अधीनस्थ कर्मचारियों को बिना किसी कारण के परेशान किया जा रहा है।
कलेक्टर ने गौरेला BEO संजीव शुक्ला को जारी नोटिस में कहा कि प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत बैगा बसाहट स्थित स्कूलों में बच्चों की दर्ज संख्या के अनुपात में शत-प्रतिशत जाति प्रमाण पत्र जारी किया जाना है। इसके लिए निर्धारित प्रारूप में जानकारी चाही गई थी। विकासखंड शिक्षा अधिकारी और जिला शिक्षा अधिकारी के जरिए जो जानकारी मिली है।
उस जानकारी में दर्ज बच्चों की संख्या और जाति प्रमाण पत्र जारी किये जाने वाले बच्चों की संख्या के आंकड़ों में अंतर पाया गया है। इसमें विकासखंड शिक्षा अधिकारी गौरेला द्वारा सही जानकारी नहीं दी गई है। इस कारण शासन को सही जानकारी नहीं भेजी जा सकी है।