रविवार को नए ध्वज को सबसे पहले चार वायु योद्धाओं द्वारा एक चलित मंच पर स्थापित करके वायुसेना प्रमुख के सामने लाया गया। उसके बाद वायु सेना प्रमुख नए ध्वज का अनावरण किया। वहीं, उनके सामने दो ड्रोन पर्दे की दीवार के पीछे से एक बड़ी पताका उठाई गई। जिसे परेड की पृष्ठभूमि के रूप में रखा गया है। इसके बाद ध्वज स्तंभ पर नई पताका फहराई गई। वहां से पुराना संस्करण हटा दिया गया। इसे पूरे सम्मान के साथ मोड़कर वायुसेना प्रमुख को सौंपा गया और बाद में वायुसेना संग्रहालय में प्रदर्शनी के तौर पर शामिल किया जाएगा। इस दौरान वायु सेना का विमान एमआई-17वी5 वायुसेना के नए ध्वज के साथ नीची उड़ान भरी।
भारतीय वायु सेना ने 72 वर्ष के बाद अपने झंडे में बदलाव किया है। प्रयागराज के बमरौली मध्य वायु कमान मुख्यालय पर वायु सेना दिवस पर इसका अनावरण किया। वायु सेना की स्थापना आठ अक्तूबर 1932 को गई थी। 72 वर्ष के बाद वायु सेना ने अपने झंडे में परिवर्तन किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वायु सेना दिवस के अवसर पर बधाई दी। पीएम ने कहा कि वायु सैनिकों की महान सेवा और त्याग हमारे आकाश की सुरक्षा सुनिश्चित करता है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि भारत को भारतीय वायुसेना की वीरता, प्रतिबद्धता और समर्पण पर गर्व है।
मध्य वायु कमान में 91वें स्थापना दिवस पर बमरौली एयरफोर्स स्टेशन पर परेड संपन्न हो गई है। सुबह पैरा हैड ग्लाइडर की एंट्री के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। पैरा ग्लाइडर ने 360 डिग्री हवा में चक्कर लगाया। दर्शकों ने जबदस्त करतब देख तालियों से पैरा ग्लाइडर का जोरदार स्वागत किया। दो पैरा मोटर ने हवा में करतब दिखाए तो लोग अपनी शीट से खड़े हो गए। पैरा मोटर 40 किमी प्रतिघंटा की गति से हवा में चलता हुआ दर्शकों के बीच से गुजरा। दोनों पैरा मोटर हवा में दर्शकों के नजदीक आकर अभिवादन किया। लोगों की तालियों से पंडाल गूंज उठा। इसके बाद 8000 फीट की ऊंचाई से पैराट्रूपर्स कूदे और 150 किमी. प्रति घंटा की गति से नीचे आए। यह देख कर दर्शक रोमांचित हो उठे। परेड की सलामी एयर चीफ मार्शल वीएस चौधरी ने ली। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में सीडीएस अनिल चौहान शामिल हुए। परेड के दौरान वायु सेना प्रमुख ने भारतीय वायु सेवा के नए झंडे का भी अनावरण किया।
मुख्य अतिथि एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने वायु सेना दिवस की बधाई दी। उन्होंने सेना के द्वारा पिछले एक वर्ष के दौरान किए गए कार्यों का ब्यौरा प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि भारतीय वायु सेना हर चुनौती का सामना करने के लिए हर समय तैयार है। कहा कि भारत 2047 तक विकसित राष्ट्र बनेगा। इसी के साथ सेना भी नई तकनीकि के साथ आगे बढ़ रही है।
प्रयागराज बमरौली में सीडीएस अनिल चौहान ने कहा कि बीते वर्षों में सेना के सामने कई बड़ी चुनौतियां आई हैं, जिनका हमने डंटकर मुकाबला किया है।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वायु सेना स्थापना दिवस पर सभी भारतीय वायु सेना कर्मियों को शुभकामनाएं दीं।
भारतीय वायु सेना (IAF) के प्रमुख एयर चीफ वीआर चौधरी ने कहा, ‘हमने अग्निवीरों के पहले बैच और महिला अग्निवीरों सहित उसके बाद के बैचों को सफलतापूर्वक शामिल किया है। इस वर्ष भारतीय वायु सेना ने दुनिया भर में आठ सैन्य अभ्यास किए।
वायुसेना का वर्तमान ध्वज नीले रंग का है। इसमें पहले चतुर्थांश में राष्ट्रीय ध्वज है और केंद्र में राष्ट्रीय ध्वज के रंगों, यानी केसरिया, सफेद और हरे रंग से बना एक गोलाकार घेरा है। इस पताका को 1951 में अपनाया गया था। एयरफोर्स की तरफ से जारी बयान में कहा गया, वायु सेना के मूल्यों को बेहतर ढंग से दिखाने के लिए अब एक नया ध्वज बनाया गया है। झंडे के ऊपरी हिस्से में दाएं कोने पर बदलाव किया गया है। फ्लाई साइड की ओर वायुसेना क्रेस्ट को शामिल किया जाएगा।
भारतीय वायु सेना (IAF) के प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने यूपी के प्रयागराज में बमरौली वायु सेना स्टेशन पर वायु सेना दिवस समारोह के दौरान नई भारतीय वायु सेना के ध्वज का अनावरण किया।
वायुसेना के ध्वज का अनावरण चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान की मौजूदगी में होगा। वायुसेना के मूल्यों को बेहतर ढंग से प्रतिबिंबित करने के लिए नया एलएएफ ध्वज बनाया गया है। नया ध्वज की डिजाइन कैसी होगी, उसकी तस्दीक उसके अनवारण के बाद ही होगी।
नौसेना के बाद अब वायुसेना को भी नया ध्वज मिलने जा रहा है। प्रयागराज में वायुसेना के 91वें स्थापना दिवस पर नए ध्वज का अनावरण वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी करेंगे। यहां मध्य वायु कमान मुख्यालय बमरौली में आयोजित वायुसेना की परेड के बाद वायुसेना के नए ध्वज का अनावरण होगा।
भारतीय वायु सेना (IAF) प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी वायु सेना दिवस समारोह में भाग लेने के लिए यूपी के प्रयागराज में बमरौली वायु सेना स्टेशन पहुंच गए हैं।
प्रयागराज में इस आयोजन की काफी दिनों से तैयारी चल रही है। वायुसेना के तमाम लड़ाकू विमान और हेलिकॉप्टर पिछले कुछ दिनों से इसका अभ्यास भी कर रहे हैं। फिलहाल, बमरौली में वायु योद्धाओं की परेड सुबह 7:40 बजे शुरू हो जाएगी। जो दो घंटे से ज्यादा समय तक चलेगी, वहीं संगम क्षेत्र में वायुसेना का फ्लाई पास्ट दोपहर 2:50 बजे से शुरू हो जाएगा जो शाम तकरीबन पांच बजे तक चलेगा।
वायुसेना दिवस पर आठ अक्तूबर को वृहद स्तर पर आयोजन होते हैं। इस मौके पर आमतौर पर दिल्ली मुख्यालय में परेड और फ्लाई पास्ट का आयोजन होता रहा है। पूर्व में पालम फिर हिंडन एयरपोर्ट गाजियाबाद पर आयोजन हुआ है, लेकिन पिछले वर्ष चंडीगढ़ में आयोजन हुआ था। इसी क्रम में इस बार 91वें स्थापना दिवस पर प्रयागराज में आयोजन की घोषणा की गई। इस तरह से यह दूसरा मौका है जब दिल्ली एनसीआर से बाहर वायुसेना दिवस का आयोजन होगा।
वायुसेना का स्थापना दिवस रविवार को मनाया जाएगा। इस दौरान संगम क्षेत्र में जहां देश की सुरक्षा में लगे लड़ाकू विमान अपना शौर्य दिखाएंगे तो वहीं मध्य वायु कमान मुख्यालय बमरौली में वायु योद्धाओं की परेड होगी। आयोजन में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल अनिल चौहान के साथ वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी भी शिरकत करेंगे। आठ अक्तूबर को ही वायुसेना के नए ध्वज का भी अनावरण होगा।
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