मनेंद्रगढ़। मनेंद्रगढ़ सीट से कांग्रेस विधायक डॉ. विनय जायसवाल की डॉक्टर की डिग्री खतरे में पड़ती नजर आ रही है। डॉक्टर जायसवाल पर फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर आरक्षित कोटे से मेडिकल में एडमिशन लेने का आरोप लगा है। ग्राम पंचायत जिल्दा के समाजसेवी विजेंद्र कुमार ने डॉक्टर विनय जायसवाल पर यह आरोप लगाया है। विजेंद्र कुमार ने इस मामले में एफ आई आर दर्ज करने के लिए खड़गवा थाने में आवेदन प्रस्तुत किया है। जानकारों के अनुसार यदि आरोप सही पाया गया तो विधायक जायसवाल की डॉक्टर की डिग्री छीन भी सकती है। वहीं, डॉक्टर विनय जायसवाल ने इस आरोप को गलत बताया है।
बता दें कि विधायक विनय जायसवाल ने 2008 में रायपुर के पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई की है। 2018 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस उम्मीदवार के रुप में मनेंद्रगढ़ सीट से चुनाव लड़ा और विधायक बने हैं। अब उन पर डॉक्टर की डिग्री प्राप्त करने के दौरान फर्जी तरीके से आरक्षण प्राप्त करने का बड़ा आरोप लग रहा है। ग्राम पंचायत जिल्दा के समाजसेवी विजेंद्र कुमार ने थाना खड़गवा थाने में रिपोर्ट दर्ज करने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया है।
समाजसेवी विजेंद्र कुमार का कहना है कि मनेंद्रगढ़ विधानसभा के विधायक डॉक्टर विनय जायसवाल अपने मेडिकल की पढ़ाई के दौरान बनिया जाति से कलर जाति में फर्जी तरीके से नाम लिखवा कर डॉक्टर की डिग्री प्राप्त की है जिसका मेरे पास प्रमाणित दस्तावेज है। विजेंद्र कुमार ने पुलिस को जो लिखित शिकायत सौंपी है उसमें डॉक्टर जायसवाल की वंशावली के साथ ही मिशल बंदोबस्त सहित अन्य दस्तावेज भी दिया है। इन दस्तावजों के उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत हासिल किया है।
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यह मामला सामने आने के आने के साथ ही इसको लेकर राजनीति गरमाने की संभावना भी बढ़ गई है। वहीं, इस मामले में एनपीजी न्यूज डॉ. जायसवाल से उनके मोबाइल पर संपर्क किया। उस वक्त डॉक्टर जायसवाल किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में शामिल हो रहे थे। उनकी जाति को लेकर की गई शिकातय के संबंध में जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ऐसी किसी भी शिकायत की मुझे जानकारी नहीं है। यह आरोप पूरी तरह बेबुनियाद और गलत है।
देखें शिकायत की कॉपी के साथ डॉ. जायसवाल की वंशावली सहित अन्य दस्तावेज…