Monsoon Forecast, IMD Alert।राजस्थान में अप्रैल में गर्मी सामान्य से कम रहने के बाद अब मई में भी इसी तरह का ट्रेंड रहने की संभावना दिख रही है। मई के पहला सप्ताह में तापमान न केवल कंट्रोल रह सकता है, बल्कि कुछ जगहों पर ये सामान्य से 3 डिग्री सेल्सियस तक नीचे बने रहने की संभावना है।
Monsoon Forecast, IMD Alert।4 मई से एक नया वेदर सिस्टम एक्टिव होगा, जिसके प्रभाव से राजस्थान के कई हिस्सों में बादल छाने के साथ हल्की बारिश हो सकती है और कहीं-कहीं ओले गिरने के साथ धूलभरी आंधी चल सकती है।
Monsoon Forecast, IMD Alert।मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, 3 मई तक राजस्थान में मौसम साफ रहेगा, लेकिन तापमान में कोई खास परिवर्तन देखने को नहीं मिलेगा। अधिकांश शहरों का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से नीचे ही रहने की संभावना है, जबकि पश्चिमी राजस्थान के कुछ शहरों में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से नीचे रह सकता है।
Monsoon Forecast, IMD Alert।मंगलवार देर रात उत्तरी राजस्थान के गंगानगर, हनुमानगढ़ के एरिया में तेज धूलभरी आंधी चली। आंधी चलने के साथ कुछ जगह हल्के बादल छाए। रात में यहां तापमान 18 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज हुआ। इससे यहां रात में हल्की ठंडक का एहसास हुआ।
मौसम केन्द्र जयपुर के अनुसार 4 मई को एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत पर एक्टिव होगा। इस सिस्टम का प्रभाव राजस्थान में भी रहेगा। इसका प्रभाव राजस्थान में 6 मई तक देखने को मिल सकता है। इस सिस्टम के प्रभाव से 4 से 6 मई तक राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में बादल छा सकते है और कहीं-कहीं धूलभरी हवाएं चलने के साथ हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है।
राजस्थान में अप्रैल का आखिरी दिन भी गर्मी के लिहाज से अच्छा रहा। कल राजस्थान के किसी भी शहर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक नहीं पहुंचा। सबसे ज्यादा तापमान 39.9 डिग्री सेल्सियस बाड़मेर में दर्ज हुआ। इसके अलावा डूंगरपुर, जालोर में 39.6, चित्तौड़गढ़-कोटा में 39 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। जैसलमेर, फलोदी, धौलपुर, करौली, सिरोही में पारा 38 डिग्री सेल्सियस, जबकि बारां, चूरू, जोधपुर, उदयपुर, पिलानी और भीलवाड़ा में दिन का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ।
मध्यप्रदेश मौसम विभाग ने मई में ग्वालियर-चंबल समेत भोपाल, उज्जैन, निवाड़ी, छतरपुर के खजुराहो और नौगांव, टीकमगढ़, खरगोन, शिवपुरी, खंडवा, बड़वानी समेत भीषण गर्मी पड़ने के संकेत दिए हैं। अनुमान है कि मई महीने में प्रदेश में पारा 47 डिग्री के पार जा सकता है।
IMD के अनुसार मई महीने में भी वेस्टर्न डिस्टरबेंस एक्टिव होंगे। इस वजह से तीसरे और चौथे सप्ताह में ओले-बारिश का दौर भी बन सकता है। गर्मी के लिहाज से मई का महीना खास रहता है। इस महीने सबसे ज्यादा गर्मी पड़ती है। पिछले 10 साल का ट्रेंड देखें तो कई शहरों में पारा 47-48 डिग्री तक पहुंच चुका है। दिन में हीट वेव चलेगी तो रातें भी गर्म रहेंगी। मई में बारिश का भी ट्रेंड रहता है। 2023 में भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में अच्छी बारिश हुई थी।
मौसम विभाग की माने तो ग्वालियर, छतरपुर, नरसिंहपुर, निवाड़ी, मैहर, टीकमगढ़, भिंड, दतिया, खरगोन, बड़वानी, खंडवा, मुरैना, राजगढ़, रायसेन, शाजापुर, श्योपुरकलां, शिवपुरी और विदिशा जिलों में पारा 45 डिग्री या इससे ज्यादा रहने का अनुमान है। इनमें ग्वालियर-चंबल संभाग के साथ मालवा-निमाड़ के कुछ शहरों में भी तेज गर्मी रहेगी। छतरपुर के खजुराहो और नौगांव में पारा 48 डिग्री तक पहुंच सकता है।
भोपाल में पारा 44 से 45 डिग्री के बीच रहने का अनुमान है, जबकि इंदौर, जबलपुर और उज्जैन में भी पारा इतना रह सकता है। बड़े शहरों में ग्वालियर में सबसे ज्यादा गर्मी पड़ेगी। यहां पारा 47 डिग्री के बीच पहुंचने का अनुमान है।
छत्तीसगढ की बात करे तो राजधानी में अप्रैल की तुलना में मई का महीना गर्मी के लिहाज से ज्यादा परेशान करेगा। इस दौरान पारा 43 के पार पहुंचेगा। छत्तीसगढ़ और आसपास के सरहदी राज्यों में बादल छंटने के साथ एक भी सिस्टम सक्रिय नहीं है।
इस वजह से अभी बारिश के आसार नहीं है। राजधानी के साथ-साथ प्रदेश के अन्य जिलों में भी दिन का तापमान सामान्य या उससे ज्यादा पहुंच गया है। रायपुर में मंगलवार को दिन का तापमान 42 डिग्री रिकार्ड किया गया जो सामान्य से 1 डिग्री ज्यादा है। बिलासपुर, पेंड्रारोड और दुर्ग में भी तापमान सामान्य से ज्यादा पहुंच गया है।