MPPSC 2021 Final Result, MPPSC Result 2022: राज्य शासन की सेवा में नौकरी करने के इच्छुक युवाओं के लिए अच्छी खबर है, मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने (MPPSC) ने आज शुक्रवार शाम मेन्स एग्जाम 2022 का रिजल्ट जारी कर दिया है, रिजल्ट के आधार पर इंटरव्यू के लिए कुल 1286 कैंडिडेट का चयन किया गया है। इंटरव्यू की डेट अलग से बाद में जारी की जाएगी।
MPPSC 2021 Final Result, MPPSC Result 2022: गौरतलब है कि मप्र लोकसेवा आयोग ने राज्य सेवा परीक्षा मुख्य परीक्षा 2022 का आयोजन जनवरी 2024 में 8 से 13 तारीख तक किया था। इससे पहले गुरुवार रात लोकसेवा आयोग ने एमपीपीएससी 2021 के इंटरव्यू के परिणाम घोषित किए थे।
MPPSC 2021 Final Result, MPPSC Result 2022: सहकारिता और खेल एवं युवा कल्याण मंत्रीविश्वास कैलाश सारंग ने शुक्रवार को एमपीपीएससी-2021 टॉपटेन में शामिल ज्योति राजौरे के घर पहुंचकर शुभकामनाएं दी। नरेला विधानसभा स्थित वर्धमान ग्रीन पार्क निवासी श्रीमती ज्योति राजौरे ने 10 वीं रैंक प्राप्त की है। मंत्री श्री सारंग ने बधाई देते हुए कहा कि यह नरेला परिवार के लिये गर्व का विषय है कि श्रीमती ज्योति राजौरे ने एमपीपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण कर 10वीं रैंक हासिल की। उन्होंने बताया कि होम्योपैथिक डॉक्टर के रुप में कार्य करते हुए ज्योति ने परीक्षा की तैयारी की। यह सफलता युवाओं के लिये प्रेरणादायी है। श्री सारंग ने ज्योति के परिजनों को भी शुभकामनाएं प्रेषित की।
MPPSC 2021 Final Result, MPPSC Result 2022: मंत्री श्री सारंग ने कहा कि यह बेहद प्रसन्नता का विषय है कि नरेला परिवार की बहन ज्योति राजौरे ने श्रीमती राजौरे ने अपने 10 वर्षीय बेटे का लालन-पालन करने के साथ ही पारिवारिक जिम्मेदारियों का निर्वहन करते हुए अपने लक्ष्य को प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि श्रीमती राजौरे की लगन और मेहनत उन सभी विद्यार्थियों के लिये प्रेरणादायी है जो सिविल सेवा की तैयारी कर रहे हैं।
परिवार के सपोर्ट से मिली सफलता- ज्योति राजौरे
ज्योति ने मंत्री श्री सारंग की शुभकामनाओं के लिये उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि वे 2017 से एमपीपीएससी परीक्षा की तैयारी कर रही थीं। उन्होंने 4 मैन्स और 3 इन्टरव्यू में सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की है। उनके पति का मेडिकल स्टोर हैं। उनका 10 वर्षीय बेटा अभी 5वीं कक्षा में पढ़ रहा है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को देते हुए कहा कि परिवार के सहयोग के बगैर सभी जिम्मेदारियों को पूरा करते हुए पढ़ाई के लिये समय निकाल पाना बेहद मुश्किल होता।