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Naxalism In Chhattisgarh: चार दशक बाद राजनांदगांव, खैरागढ़ और कवर्धा नक्सल मुक्त घोषित, फोर्स की तैनाती भी घटी

07, April, 2025 | राजनांदगांव | Naxalism In Chhattisgarh: चार दशक से नक्सली आतंक झेल रहे राजनांदगांव, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई और कवर्धा जिले को केंद्र सरकार ने नक्सल मुक्त घोषित कर दिया है। वहीं, मोहला-मानपुर-चौकी जिले को हाई नक्सल जोन से हटाकर एलडब्लूई (लेफ्ट विंग एक्स्ट्रीमिज्म) श्रेणी में डाल दिया गया है। इस ऐलान के बाद इन जिलों में अब विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश जारी किए गए हैं।

35 वर्षों की हिंसा के बाद मिली राहत
राजनांदगांव जिले में नक्सल गतिविधियों की शुरुआत 1992 में बकरकट्टा में हुई थी। इसके बाद नक्सलियों ने धीरे-धीरे मोहला-मानपुर से लेकर कवर्धा तक अपने पैर पसार लिए। 2015 में नक्सलियों ने कवर्धा जिले में अपनी मौजूदगी का एहसास कराया। इन वर्षों में सैकड़ों निर्दोष ग्रामीणों और जवानों को अपनी जान गंवानी पड़ी। लेकिन, राज्य और केंद्र सरकार की आक्रामक रणनीतियों और लगातार चलाए गए ऑपरेशनों के कारण नक्सलियों को बैकफुट पर जाना पड़ा।

पिछले कुछ वर्षों में जिले में नक्सलियों की गतिविधियों में भारी गिरावट आई। सुरक्षा बलों के दबाव के कारण अब राजनांदगांव, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई और कवर्धा को नक्सल प्रभावित जिलों की सूची से हटा दिया गया। वहीं, मोहला-मानपुर-चौकी को हाई नक्सल जोन से एलडब्लूई श्रेणी में डाल दिया गया।

फोर्स की रवानगी शुरू, बस्तर भेजी जा रही सुरक्षा टुकड़ियां
नक्सल प्रभावित इलाकों में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केंद्र सरकार ने आईटीबीपी की चार बटालियन की तैनाती की थी। नक्सल गतिविधियां खत्म होने के बाद अब इन बलों को बस्तर जैसे अधिक संवेदनशील इलाकों में भेजा जा रहा है। खबर है कि पहले चरण में दो कंपनियों को वहां से रवाना कर दिया गया है।

अब नहीं मिलेगा नक्सल फंड
अब तक केंद्र सरकार नक्सल प्रभावित जिलों में हर साल 30 करोड़ रुपये की राशि जारी करती थी, लेकिन नक्सल मुक्त घोषित होने के बाद इन तीन जिलों को अब यह राशि नहीं मिलेगी। केवल मोहला-मानपुर-चौकी जिले को एलडब्लूई श्रेणी में होने के कारण 10 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी।

अगले साल तक पूरा प्रदेश होगा नक्सल मुक्त – अमित शाह
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अपने बस्तर दौरे के दौरान छत्तीसगढ़ को अगले साल तक पूरी तरह नक्सल मुक्त करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि बस्तर में सुरक्षा बलों ने घेराबंदी कर दी है और नक्सलियों के खात्मे की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। तीन जिलों के नक्सल मुक्त होने के ऐलान के बाद, शाह ने सोशल मीडिया पर इसे साझा करते हुए छत्तीसगढ़ के लिए यह बड़ी उपलब्धि बताया।

https://chhattisgarhtimes.in/2025/04/07/naxalism-in-chhattisgarh-after-four-decades-rajnandgaon-khairagarh-and-kawardha-declared-naxal-free/