विशेष संवादाता
रायपुर। प्रदेश के स्थापित पत्रकारिता विश्वविद्यालय KTU के कुलपति बल्देव शर्मा ने कोर्ट और पुलिस थाना तक संसथान का नाम उछलने के बाद संज्ञान लिया है। उन्होंने कुल सचिव डा. चंद्रशेखर ओझा को विभागीय आदेश दिया है। आदेश के तहत कुलपति ने विवि के एसोसिएट प्रोफेसर डा.शाहिद अली पर थाने में दर्ज 420 के मामले में आज से 48 घंटे के भीतर जवाब प्रस्तुत करने का फरमान दिया है। आदेश के मुताबिक कुल सचिव इस पर आरोपी प्रोफ़ेसर शाहिद अली से स्पष्टीकरण मांगेगे। अगर मियाद वक्त में जवाब पेश नहीं किया गया या फिर संतोषप्रद जवाब प्रस्तुत नहीं किया गया तो नोटिस में उनके विरूद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की हिदायत भी दी गई है।
बता दें कि वजूद में आने के बाद से ही कुशाभाऊ पत्रकारिता विश्वविद्यालय विवाद और सुर्ख़ियों में रहा है। खासकर फर्जी भर्ती के दर्जनभर मामलों की शिकायतें शासन स्तर से लेकर राजभवन, हाई कोर्ट बिलासपुर में हैं। KTU में प्रोफ़ेसर, एसोसिएट प्रोफ़ेसर, फैकल्टिस और कुल सचिव से लेकर कुलपति पद को लेकर शिकवा-शिकायत होती रही है। अब यह लड़ाई सड़क पर आ गई है। इसी का नतीजा है कि पहले शहीद अली कोर्ट और अन्य तरीकों से अपने सम्तुल्यों के खिलाफ गए। कल इसी के प्रतिकार स्वरुप एसोसिएट प्रोफ़ेसर खंडेलवाल ने उनके खिलाफ फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर नौकरी हासिल करने की FIR लिखवाया है।
विश्वविद्यालय की प्रबंधन समिति की बैठकों में भी आर्थिक अनियमितताओं, भर्तियों से लेकर कई फैसलों को लेकर भी जोरदार हंगामा होता रहा है। नकली जाति प्रमाणपत्र, मूल निवासी प्रमाणपत्र से लेकर अनुभव प्रमाणपत्रों के आधार पर वर्षों से KTU में स्थाई पद और प्रमोशन वाले बहाल हैं। प्रशासनिक स्टार पर भी इसकी जानकारी है,लेकिन राजभवन से लेकर शासन तक कोई पुख्ता कदम नहीं उठाने से विवाद न्यायलय तक जा पहुंचा है। नौबत तो ऐसी है कि पत्रकारिता विश्वविद्यालय में बस मारपीट की कसर बाकी है।
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