Papmochani Ekadashi, Papmochani Ekadashi ke Din Kya Karna Chahiye: चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि को पापमोचनी एकादशी के नाम से जाना जाता है. धार्मिक मान्यता है कि हर महीने में पड़ने वाली एकादशी पर भगवान श्री विष्णु की विधि-विधान से पूजा एवं व्रत करने पर श्री हरि की कृपा बरसती है.
साल के पहले मास में पड़ने वाली एकादशी पर पापों से मुक्ति और पुण्य पाने के लिए लोग इस व्रत को पूरी श्रद्धा के साथ रखते हैं. इस एकादशी व्रत का पुण्य पाने के लिए कुछ जरूरी नियम शास्त्रों में बताए गए हैं.
पापमोचनी एकादशी पर व्रत और दान के साथ ही भगवान विष्णु की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है. इस एकादशी का व्रत करने से तमाम परेशानियां और जाने-अनजाने में किए गए पापों से भी छुटकारा मिलता है. इस व्रत के दौरान कुछ बातों का खास ध्यान रखा जाता है. आइए जानते हैं पापमोचिनी एकादशी व्रत करने से पहले उन नियमों के बारे में जिनकी अनदेखी करने पर अक्सर यह व्रत टूट जाता है.Papmochani Ekadashi
पद्म, स्कंद और विष्णु धर्मोत्तर पुराण के अनुसार इस एकादशी व्रत में अन्न नहीं खाना चाहिए. इस व्रत में उपवास करने का विधान बताया गया है, जिसमें सिर्फ फलाहार किया जा सकता है.
इसके अलावा पापमोचनी एकादशी के दिन गंध युक्त चीजों को खाने से बचना चाहिए, क्योंकि यह शरीर और मन की अशुद्धता को बढ़ाता है, इसलिए इस दिन लहसुन और प्याज नहीं खाना चाहिए.
इस दिन लहसुन, प्याज की तरह ही मसूर की दाल, गाजर, शलजम, गोभी, पालक आदि चीजों को खाने से परहेज करना चाहिए. ऐसी मान्यता है कि इस एकादशी के दिन चावल खाने से परहेज करना चाहिए.
अगर व्यक्ति की सेहत ठीक नहीं है तो वह फलाहार या जलीय व्रत रख सकते हैं. निर्जला उपवास रखने से पहले दशमी तिथि के दिन सात्विक खाना ही खाना चाहिए और एकादशी तिथि के दिन भगवान विष्णु की उपासना विधि-विधान से करनी चाहिए.
पापमोचनी एकादशी व्रत में फल, चीनी, कुट्टू, आलू, साबूदाना, शकरकंद, जैतून, नारियल, दूध, बादाम, अदरक, काली मिर्च, सेंधा नमक आदि का सेवन किया जा सकता है.Papmochani Ekadashi
शास्त्रों के अनुसार पापमोचिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु के चतुर्भुज रूप की पूजा की जाती है. इस एकादशी का व्रत कर रहे व्रती को एक बार दशमी तिथि को सात्विक खाना खाना चाहिए. स्नान करने के बाद साफ और हल्के रंग के कपड़े पहनें और फिर मन में व्रत का संकल्प लें.
पापमोचिनी एकादशी का पारण 6 अप्रैल को किया जाएगा. इस साल पापमोचिनी एकादशी व्रत का पारण समय 6 अप्रैल की सुबह 6 बजकर 5 मिनट से लेकर 8 बजकर 37 मिनट तक है.Papmochani Ekadashi