विशेष संवादाता
रायपुर। जिस तरह बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर बानी हुई है, अब बीजेपी को मुंहतोड़ जवाब कांग्रेस के जिला वक्ता देंगे। सिर्फ कांग्रेस विरोधियों को ही जवाब नहीं अपितु भूपेश सरकार की जनहितकारी योजनाओं से लेकर केंद्र की मोदी सरकार की कमजोरियों को लेकर भी कांग्रेस के जिला वक्ता मुखर होंगे। इसके लिए पीसीसी द्वारा बाकायदा छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में वक्ताओं का चयन करेगी। संभवतया कांग्रेस की आवाज, वक्ता चयन अभियान का आगाज़ 27 अप्रेल से होगा। इस वक्ता चयन कार्यक्रम में प्रदेश कांग्रेस कमेटी में अहम् पदों को सम्हालने का अनुभव हासिल वरिष्ठों को जिलेवार जिम्मेदारी दी गई है।
राज्य के सभी 33 जिलों के लिए प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता, वरिष्ठ नेता और पूर्व पदाधिकारियों के अलावा निगम, मंडल, प्रकोष्ठ के पदाधिकारियों को भी नामजद किया गया है। सभी अपने अधिकृत जिलों में बैठकर वक्ता चयन कार्यक्रम के तहत जानकार, वाकपटु और बेहतरीन वक्ताओं को तैनात करेंगे। समयावधि में जिला वक्ता चयन साक्षात्कार के दौरान ही चयनित होंगे। जिला वक्त चयन करने वाले वरिष्ठ नाम तय कर सूचि पीसीसी को सौंपेंगे और पीसीसी नाम फाइनल करेगी। इसके लिए संख्या निर्धारित नहीं की गई है। एक जिले से 1 या 10 भी वक्ता की क्षमता वाले मिलें तो उन्हें चयनित किया जायेगा जो कांग्रेस पार्टी, और भूपेश बघेल सरकार के उद्देश्य, सफलता, नीतियों और बीजेपी से कांग्रेस क्यों बेहतर पार्टी है वह बताएँगे।
साक्षात्कार के लिए जिलेवार अनुभवी पार्टी लीडरों में राजेंद्र तिवारी, शारिक रईस खान, धनंजय सिंह ठाकुर, आरपी सिंह समेत कई दिग्गजों को तैनात किया गया है। 27 अप्रेल से शुरू होने वाले इस वक्ता चयन अभियान के लिए पार्टी द्वारा सवाल-जवाब, आज़ादी से पहले और बाद में कांग्रेस का योगदान, तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह तक किये गए जनहितकारी कार्यों के सवाल भी पूछेंगे।
वक्ता चयन में वक्ताओं से छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार की योजनाओं , केंद्र की मोदी सरकार की वादाखिलाफी, छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी दर बनाम केन्द्र की बेरोजगारी दर, मोदी सरकार के भ्रष्टाचार, केन्द्रीय एजेंसियो का दुरूपयोग, महंगाई, भारत के नवनिर्माण और आजादी की लड़ाई में कांग्रेस का योगदान, मोदी राज में देश की संवैधानिक संस्थाओं को समाप्त करने की साजिश, देश में किसानों की स्थिति बनाम छत्तीसगढ़ में किसानों की स्थिति के विषयों पर उनकी राय ली जायेगी। साथ ही उपरोक्त के अतिरिक्त अन्य किसी समसामयिक विषयों पर भी वक्ता अपने विचार रख सकते हैं। संप्रेषण कौशल और अभिव्यक्ति की योग्यता के आधार पर वक्ता चयन किया जायेगा।