बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 10 साल के कार्यकाल में आज 9वीं बार अमेरिका दौरे पर हैं। यहां उन्होंने शनिवार देर रात 1:30 बजे (भारतीय समयानुसार) विलमिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, ऑस्ट्रेलियाई PM एंथनी अल्बनीज और जापानी PM फूमियो किशिदा के साथ क्वाड (क्वाड्रिलेटरल सिक्योरिटी डायलॉग) समिट में शामिल हुए।
क्वाड समिट को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि-मुझे अपने तीसरे कार्यकाल में इस क्वाड समिट में भाग लेकर अत्यंत खुशी हो रही है। आपके नेतृत्व (अमेरिका) में 2021 का पहला क्वाड समिट आयोजित किया गया। इतने कम समय में हमने हर दिशा में अपने सहयोग का विस्तार किया है। इसमें आपकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। मैं दिल से धन्यवाद करता हूं आपके मजबूत समर्पण और क्वाड में योगदान के लिए आपको धन्यवाद देता हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, ‘हमारी बैठक उस समय हो रही है जब दुनिया तनाव और संघर्षों से घिरी हुई है। ऐसे में, साझा लोकतांत्रिक मूल्यों के आधार पर क्वाड का एक साथ काम करना मानवता के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हम किसी के खिलाफ नहीं हैं। हम सभी नियमों पर आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान, और सभी मुद्दों का शांतिपूर्ण समाधान चाहते हैं। मुक्त, खुला, समावेशी और समृद्ध इंडो-पैसिफिक हमारी साझा प्राथमिकता और प्रतिबद्धता है। हम स्वास्थ्य, सुरक्षा, उभरती तकनीकों, जलवायु परिवर्तन और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में कई सकारात्मक और समावेशी पहलों पर काम कर चुके हैं। मैं एक बार फिर राष्ट्रपति बाइडेन और अपने सभी साथियों का स्वागत करता हूं। हम 2025 में भारत में क्वाड नेताओं की समिट आयोजित करने के लिए खुश होंगे।
कैसे बना क्वाड?
क्वाड समूह के बनने की कहानी साल 2004 से शुरू हुई थी। 2004 में जब सुनामी में जापान और भारत समेत कई देशों में लाखों लोगों की मौत होने के बाद कई देशों की मदद के लिए भारत, अमेरिका, आस्ट्रेलिया और जापान ने एक ग्रुप बनाया था। यही समूह आगे चलकर क्वाड बन गया। क्वाड के गठन की पहल भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने की थी। बातचीत होते-होते साल 2007 में क्वाड का गठन हुआ। यह वह समय था जब चारों देशों की पहली बार औपचारिक रूप से मीटिंग हुई थी। हालांकि बाद में इन देशों के साथ चीन के दोस्ताना रवैये के चलते क्वाड लगभग बंद हो गया। 2008 में ऑस्ट्रेलिया के हटने के बाद यह बंद हो गया था। 2017 में इसे फिर से शुरू किया गया था। 2017 में मनिला में आसियान देशों की बैठक हुई। मनिला में ASIAN देशों के अलावा एक और मीटिंग क्वाड देशों की हुई. इसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जापान के पीएम शिंजो अबे और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री मेलकॉम टर्नबुल ने हिस्सा लिया। इसके बाद साल 2021 में क्वाड के देशों की मीटिंग हुई। तब से क्वाड शिखर सम्मेलन जारी है. इस साल 2024 में क्वाड शिखर सम्मेलन अमेरिका के डेलावेयर में हो रहा है।
भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण है क्वाड?
भारत के लिए Quad Summit महत्वपूर्ण है क्योंकि यह चीन के बढ़ते आर्थिक और सैन्य प्रभाव के प्रति एक सामूहिक प्रतिक्रिया है। यह संवाद भारत को अपने पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने और क्षेत्रीय सुरक्षा को बढ़ावा देने में मदद करता है। इसके अलावा, Quad Summit भारत को अपनी आर्थिक और सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे वह चीन के साथ प्रतिस्पर्धा कर सके।
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