Pneumonia Symptoms/मौसम कोई भी हो सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी होता है, अगर खानपान सही रखा जाए तो सर्दियों में सेहत संबंधी समस्याएं इतना परेशान नहीं करती हैं, लेकिन इस मौसम में टेम्परेचर काफी कम होने की वजह से सर्दी, खांसी, बुखार जैसी समस्याएं लगी रहती हैं.
सर्दी के दिनो में निमोनिया के भी काफी मामले देखने में आते हैं और स्थिति गंभीर होने पर जान जाने का जोखिम भी हो सकता है. छोटे बच्चों का और भी ज्यादा ध्यान रखने की जरूरत होती है. सर्दियों के दिनो में होने वाले सर्दी-जुकाम को हल्के में नहीं लेना चाहिए और कुछ लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्योंकि ये निमोनिया के लक्षण हो सकते हैं.Pneumonia Symptoms
सर्दियों के दिनों में पारा नीचे गिरते ही निमोनिया के मामलों में तेजी आने लगती है, इसलिए सावधानी बरतना ही सबसे बेहतर होता है. दरअसल निमोनिया में फेफड़ों में संक्रमण होने लगता है, जिसकी वजह से सांस लेने में भी समस्या आने लगते है, इसलिए खानपान का ध्यान रखने के साथ ही छोटी-मोटी समस्याओं को भी इग्नोर ने करें.जानते हैं कि क्या हैं निमोनिया के लक्षण.Pneumonia Symptoms
निमोनिया के शुरुआती लक्षण की बात करें तो शरीर के तापमान में अचानक वृद्धि होने लगे या फिर बार-बार बुखार आ रहा हो तो इसे नजरअंदाज न करें. अगर बॉडी टेम्परेचर 100.4 डिग्री फारेनहाइट पर जा रहा है तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं, नहीं तो स्थिति काफी गंभीर हो सकती है.
निमोनिया का असर आपके फेफड़ों पर होता है, इसलिए आपको सांस लेने में तकलीफ हो सकती है. अगर सीने में कफ से जकड़न और दर्द महसूस हो रहा हो तो ये निमोनिया का लक्षण हो सकता है.Pneumonia Symptoms
छोटे बच्चों में निमोनिया का सबसे आम लक्षण होता है कि वह जल्दी-जल्दी सांस लेने लगते हैं और बच्चों की पसलियों पर हाथ रखकर इसे महसूस किया जा सकता है. बच्चे के सीने से घर-घर की आवाज आ रही हो या पसलियां चल रही हो तो तुरंत ध्यान देने की जरूरत होती है.
जुकाम, खांसी, खराश है और भूख के पैटर्न में बदलाव हो रहा है यानी खाने खाने का मन न करें तो इस पर ध्यान दें, साथ ही थकान और कमजोरी महसूस होने पर इग्नोर न करें, बल्कि डॉक्टर की सलाह लें.