Ration Card।उत्तराखंड के राशन कार्ड धारकों के लिए अच्छी खबर है। राज्य की पुष्कर सिंह धामी ने नमक पोषण योजना शुरू की है , इसके तहत प्रदेश के प्राथमिक और अंत्योदय के लगभग 14 लाख राशन कार्ड धारकों को सरकारी राशन की दुकान से रियायती दरों पर अब एक किलो नमक भी मिलेगा।
अंत्योदय परिवार और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना से जुड़े परिवारों को जो नमक को 8 रुपये किलो की दर पर उपलब्ध कराया जाएगा, उसकी बाजार में कीमत करीब 30 रुपये प्रति किलो है। Ration Card होल्डर को यह नमक 8 रुपये में दिया जाएगा, यानी बाकी के राशि को सरकार की तरफ से चुकाया जाएगा।
दरअसल, सोमवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ‘मुख्यमंत्री नमक पोषण योजना’ का शुभारंभ किया, इसके तहत राज्य में गरीब परिवारों को हर माह 8 रूपये प्रति किलो की दर से आयोडाईज्ड नमक मिलेगा ।
इस योजना के तहत अंत्योदय और प्राथमिक परिवार योजना के लगभग 14 लाख राशन कार्ड धारकों को प्रति माह 8 रूपये प्रति किलो की दर से आयोडाईज्ड नमक उपलब्ध करवाएगी। यह योजना गरीबों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाएगी और समाज में कुपोषण को दूर करेगी।
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के अंतर्गत संपूर्ण देश में निशुल्क राशन वितरण किया जा रहा है। यह योजना लगातार अगले 5 सालों तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलते रहेगी। इस योजना के अंतर्गत उत्तराखंड के 14 लाख गरीब परिवारों को हर महीने मुफ्त राशन का लाभ मिल रहा है।Ration Card
राज्य सरकार जनता को शुद्ध और बेहतर पोषणयुक्त राशन देने के लिए संकल्पबद्ध है। हमारी प्राथमिकता पारदर्शी प्रणाली को स्थापित करना है। कुछ लोगों द्वारा फोर्टिफाइड चावल को प्लास्टिक का चावल बताकर आमजन को भ्रमित किया जा रहा था, जो कि पूर्ण रूप से असत्य है।मोदी के नेतृत्व में अनेक गरीब कल्याण की योजनाएं चलाई गई हैं।
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में गरीबों को समर्पित योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। जिसके फलस्वरूप बीते 10 वर्षो में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। उत्तराखंड में भी पिछले 5 वर्षो में 9 लाख से अधिक लोग गरीबी रेखा से बाहर निकल चुके हैं।
राज्य में गरीबी रेखा से बाहर निकलने के मामले में पर्वतीय जनपदों का बेहतर प्रदर्शन है। राज्य सरकार विकल्प रहित संकल्प के साथ राज्य के प्रत्येक गरीब के विकास के लिए प्रतिबद्ध होकर काम कर रही है। राज्य में गरीब, महिला, युवा के साथ ही प्रत्येक वर्ग के लिए योजनाएं संचालित हो रही हैं।