Salary Hike: वेतन को लेकर प्रदेश के 184 नगरीय निकायों के कर्मचारियों लामबंद हो गए हैं। बलरामपुर जिले के सभी नगरीय निकाय के कर्मचारियों ने काली पट्टी लगाकर दो दिन की सांकेतिक हड़ताल पर चले गए हैं।
Salary Hike:महासंघ एवं नवयुक्त अधिकारी/कर्मचारी कल्याण संघ छत्तीसगढ़ के आव्हान के बैनर तले प्रदेश के 184 नगरीय निकाय के कर्मचारियों ने प्रतिमाह नियमित वेतन भुगतान को लेकर काली पट्टी लगाकर विरोध प्रदर्शन किया गया हैं।
Salary Hike: इस संबंध में संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश सोनी, प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश तिवारी, प्रदेश सचिव, ऋसभ ठाकुर, प्रदेश कोसाध्यक्ष संदीप चन्द्राकर एवं जिला के पदाधिकारियों ने बताया है कि छत्तीसगढ़ के नगरीय निकायों में वेतन की समस्या हमेशा बनी रहती है। वर्तमान की स्थिति में लगभग सभी नगरीय निकायों में विगत 1 से 4 माह का वेतन भुगतान हेतु लंबित है। इस संबंध में न ही निकाय द्वारा न ही शासन द्वारा ध्यान दिया जा रहा है। वेतन लंबित होने के कारण निकाय के कर्मचारियों की आर्थिक एवं मानसिक स्थिति खराब हो गया हैं। वेतन न मिलने के कारण बच्चों की पढ़ाई से लेकर परिवारिक दायत्विों पर पर भी बुरा असर पड़ रहा है।
Salary Hike: संघ की ओर से इस संबंध में वेतन समस्या का निराकरण किये जाने हेतु विभागीय संचालक, सचिव, विभागीय मंत्री एवं मुख्यमंत्री जी को भी ज्ञापन पत्र प्रेषित किया गया है,किन्तु शासन द्वारा इस पर कोई सार्थक पहल नहीं किया है।
Salary Hike: सोनी ने बाताया है कि वेतन न मिलने के कारण प्रदेश में चरणबंद्ध तरीके से आंदोलन किया जा रहा है 18 एवं 19 जुलाई को काली पट्टी लगाकर कर शासन के रवैये के कारण विरोध प्रदर्शन किया जावेगा एवं 22 जुलाई को प्रदेश में कलमबंध हड़ताल करते हुये दिनांक 29 जुलाई को प्रदेश के सम्पूर्ण नगरीय निकाय के द्वारा अपने अपने जिला स्तर में धरना प्रदर्शन करेगें।
सोनी ने कहा है कि इसके पश्चात भी कर्मचारियों के मांगों के संबंध में शासन द्वारा कोई सार्थक पहल नहीं करता है तो संघ द्वारा अनिश्चित कालीन आंदोलन / मुख्यमंत्री निवास का घेराव किया जाएगा।
ज्ञात हो कि समय पर वेतन न मिलने के कारण बलरामपुर जिले के सभी पाँचों नगर पंचायत बलरामपुर,रामानुजगंज, वाड्रफनगर,राजपुर एवं कुसमी के कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं, जिससे नगर पंचायत के सारे काम काज ठप पड़ गया है।