NPG DESK रायपुर I जब हम किसी से मिलते है तो उसके बारे में सब जानकर ही रिश्ता आगे बढ़ाना चाहते हैं। इसके लिए सामने वाले के चाल-चलन और व्यवहार को देखा जाता है। जिसमें हमे मदद मिलती है सामुद्रिक शास्त्र से । मतलब सामुद्रिक शास्त्र एक ऐसा शास्त्र है जिसमें इंसान से संबंध रखने वाली छोटी से छोटी बात के बारे में जान सकते हैं। इसमें शरीर पर दिए गए संकेतों से लेकर शरीर की बनावट तक के बारे में जान सकते हैं। समुद्र शास्त्र की माने तो हम कैसे बात करते हैं, किस स्वर में बात करते हैं, ये सब हमारे व्यक्तित्व के बारे में बताता हैं। जानते हैं बोलने के तरीके से व्यक्ति के स्वभाव के बारे में।
जिद्दी स्वभाव के मालिक
कहा जाता है कि जिन लोगों को ऊंचे स्वर में बोलने की आदत होती है ऐसे लोग दूसरों को बहुत जल्दी अपनी ओर आकर्षित करना चाहते हैं। इनके बारे में ये भी कहा जाता है इन्हें बोलना बेहद पसंद होता, लेकिन साथ ही इन्हें दूसरों की बात सुनना भी अच्छा लगता है। ऐसे लोगों का स्वाभाव हठी होता है। ये लोग जिद्दी किस्म के होने के साथ अपनी राय दूसरों पर थोपना पसंद करते हैं। ये लोग दूसरों का ध्यान अपनी और आकर्षित करना चाहते हैं।
अविश्वासी प्रवृति
जो लोग बहुत तेजी से जल्दी-जल्दी बोलते हैं और अपनी कोई भी बात स्पष्ट लहजे में नहीं करते है, ऐसे लोग अपने मन में न ही कुछ छिपाकर रख पाते हैं और न ही कोई बात स्पष्ट रूप से कहना चाहते हैं। ऐसे में भ्रम की स्थिति उतपन्न हो सकती है। वे विश्वास के पात्र नहीं होते हैं। इनपर पूरी तरह आंखमूंदकर विश्वास नहीं करना चाहिए।
लड़ाकू प्रवृति
जो लोग हमेशा कर्कशतापूर्ण बोलते हैं और बोलते समय उनके शब्द टूटे हुए से लगते हैं, तो ऐसे लोग झगड़ालू प्रवृति के होते हैं। कर्कश वाणी बोलने का कारण व्यक्ति के अंदर छिपी पीड़ा भी होती है।
विद्वान होते हैं
जिन लोगों की आवाज आराम से बात करते हुए भी दहाड़ती और घुर्राने जैसी प्रतीत होती है, ऐसे लोगों के बारे में सामुद्रिक शास्त्र कहता है कि ये लोग गंभीर और संयमी स्वाभाव के होते हैं। ऐसे लोग गहन अध्ययन करना पसंद करते हैं। इसी कारण ये लोग विद्वान होते हैं।
कर्तव्यपलायनता का गुण
जिन लोगों की आवाज में बात करते समय गंभीरता और संतुलन झलकता है वे लोग अपने कार्यों और कर्तव्यों को लेकर जिम्मेदार होते हैं। ये लोग अपने कार्यों को व्यवस्थित तरीके से करते हैं और समाज के हित में भी कार्य करने में विश्वास करते हैं।
धूर्तता भरा स्वभाव
जो लोग बहुत ही धीमे और दबे हुए स्वर में बोलते हैं और अपनी बात स्पष्ट रूप से नहीं रखते हैं, ऐसे लोगों में कहीं न कहीं आत्मविश्वास और बुद्धि की कमी होती है। सामुद्रिक शास्त्र के अनुसार ऐसे लोग कमजोर इच्छाशक्ति और धूर्त स्वभाव के होते हैं।
घमंडी प्रवति
जिस स्त्री की आवाज सामान्य से काफी तेज होती है तो ऐसी स्त्री में अहंकार की भावना होती है लेकिन इसके साथ ही इनमें अनुशासन और नेर्त्वक क्षमता भी बहुत अच्छी होती है। ये अपने परिवार को भी नियंत्रण और अनुशासन में रखती हैं। बात इनके कार्यों की जाए तो ये उच्च प्रशासनिक पदों पर आसीन होती हैं।