School Close 2024:प्रदेश में सप्ताह भर से हो रही भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है, और मौसम विभाग द्वारा लगातार छत्तीसगढ़ के लिए दिए जा रहै ऑरेंज एलर्ट को देखते हुए छग शालेय शिक्षक संघ के प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने प्रदेश में आई बाढ़, जलभराव और बिजली गिरने की घटनाओं को देखते हुए स्कूल के संचालन को बड़ा जोखिम बताया है .
School Close 2024: मुख्यमंत्री तथा शिक्षामंत्री से अनुरोध किया है कि किसी तरह की अप्रिय स्थिति न हो इसके पूर्व संवेदनशीलता और सावधानी बरतते हुए प्रदेश के स्कूलों में आवश्यकतानुसार कुछ दिनों के लिए अवकाश प्रदान कर देना चाहिए
क्योंकि ग्रामीण व बनांचलो में पुल पुलियों में खतरनाक जलभराव, कच्चे व कीचड़ भरे रास्ते ,व पेड़पौधों से भरी जगहों पर लगातार बिजली गिरने की घटनाये देखने को मिल रही है.
School Close 2024: कई जर्जर स्कूल भवन, छत,व अहाता गिरने के समाचार आये दिन प्रकाशित हो रहे है कई स्कूलों में पानी भर जा रहा है ऐसे में विद्यार्थियों और शिक्षकों के लिए जान का जोखिम बना हुआ है.
School Close 2024: अतः अतिवृष्टि के चलते स्कूलों में अवकाश की घोषणा की जानी चाहिए, तथा आदेश में स्पष्ट उल्लेखित होना चाहिए कि खतरे के मद्देनजर स्कूल पूर्णरूपेण अवकाश के दिनों में बंद रहे अर्थात यह सावधानी हेतु अवकाश विद्यार्थी और शिक्षक दोनो के लिये हो क्योंकि प्रत्येक जान की कीमत है।
शालेय शिक्षक संघ के प्रांतीय महासचिव धर्मेश शर्मा,कार्यकारी अध्यक्ष चन्द्रशेखर तिवारी, सहसचिव सत्येंद्र सिंह व प्रदेश मीडिया प्रभारी जितेंद्र शर्मा ने बेमेतरा कलेक्टर द्वारा अतिवृष्टि को देखते हुए 3 दिनों के अवकाश की घोषणा का स्वागत किया है परंतु शिक्षकों को स्कूल आने हेतु बाध्य करने को दुर्भाग्यजनक बताते हुए कलेक्टर बेमेतरा से मांग किया है कि प्रत्येक जान की एक ही कीमत होती है, दुश्वारियाँ विद्यार्थी और शिक्षक दोनो के लिए बराबर है और प्रदेश में इस मौसम में शिक्षकों दुर्घटनाग्रस्त होने के समाचार भी मिल रहे है ऐसे भी यह अवकाश विद्यार्थी और शिक्षक दोनो पर लागू होना चाहिए।
राज्य के विभिन्न जिलों में बीजापुर जिले में सर्वाधिक 1090.4 मिमी और सरगुजा जिले में सबसे कम 180.3 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर जिले में 281.9 मिमी, बलरामपुर में 420.4 मिमी, जशपुर में 305.4 मिमी, कोरिया में 290.8 मिमी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 300.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी।
इसी प्रकार, रायपुर जिले में 406.2 मिमी, बलौदाबाजार में 440.8 मिमी, गरियाबंद में 534.1 मिमी, महासमुंद में 371.3 मिमी, धमतरी में 555.7 मिमी, बिलासपुर में 436.3 मिमी, मुंगेली में 487.0 मिमी, रायगढ़ में 366.8 मिमी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 216.8 मिमी, जांजगीर-चांपा में 370.6 मिमी, सक्ती में 316.6 कोरबा में 514.0 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 429.4 मिमी, दुर्ग में 310.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी। कबीरधाम जिले में 375.1 मिमी, राजनांदगांव में 560.6 मिमी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़चौकी में 571.5 मिमी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 354.7 मिमी, बालोद में 658.6 मिमी, बेमेतरा में 276.7 मिमी, बस्तर में 607.4 मिमी, कोण्डागांव में 510.1 मिमी, कांकेर में 635.6 मिमी, नारायणपुर में 613.5 मिमी, दंतेवाड़ा में 622.8 मिमी और सुकमा जिले में 791.5 मिमी औसत वर्षा एक जून से अब तक रिकार्ड की गई।School Close 2024