Shani Jayanti 2024।हिंदू धर्म में हर दिन, तिथि और तीज- त्योहारों का खास महत्व होता है। वहीं, भक्त भी इन्हें खास तरीके से मनाते हैं। इसी बीच बात करें शनि जयंती की तो साल में दो बार शनि जयंकि मनाई जाती है, एक वैशाख शनि जयंती और दूसरी ज्येष्ठ शनि जयंती। इस साल 8 मई 2024 को वैशाख शनि की जयंती मनाई जाएगी। वहीं, ज्येष्ठ अमावस्या की शनि जयंती 6 जून 2024 को मनाई जाएगी। इस दिन शनि महाराज की विधि-विधान से पूजा की जाती है।
शनि देव को कर्मफलदाता कहा गया है। मान्यता है कि शनिदेव की उपासना से व्यक्ति के जीवन से सभी दुख-दूर हो जाते हैं और सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। जो लोग गलत कार्य करते हैं, उनको शनि की महादशा यानी साढ़ेसाती और ढैय्या में कर्मों का फल प्राप्त होता है। अगर आपकी कुंडली में शनि दोष है या फिर शनि की स्थिति कुंडली में कमजोर है तो आप शनि जयंती के दिन व्रत रखकर शनि देव की विधि-विधान से पूजा करें।
शनि दोष से छुटकारा और पापों से मुक्ति पाने के लिए शनि देव की पूजा के बाद शनि देव को सरसों का तेल, काला तिल, नीले रंग के फूल, शमी के पत्ते, काला कपड़ा, काली उड़द की दाल आदि अर्पित करें। शनि देव को प्रसन्न करने के लिए शनि चालीसा, शनि स्तोत्र का पाठ के साथ ही शनि देव के मंत्रों का जाप भी कर सकते हैं।
Shani Jayanti 2024: शनि जयंती पूजा विधि
शनि जयंती के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान के बाद साफ कपड़े पहन लें।
इसके बाद एक चौकी पर साफ काले रंग का कपड़ा बिछाकर शनिदेव की प्रतिमा स्थापित करें।
फिर शनि देव की प्रतिमा को पंचामृत से अभिषेक कराएं।
फिर गंध, पुष्प, धूप, दीप आदि अर्पित करके सरसों के तेल का दीपक जलाएं और आरती करें।
इसके बाद शनि मंत्र व शनि चालीसा का जप करें।
पूजा के बाद शनि देवता को मिठाई या इमरती का भोग लगाएं।