रायपुर। 18 सितंबर को हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा (TET) में रायगढ़ जिले के नंदेली स्थित परीक्षा केंद्र में नकल करवाए जाने की शिकायत की जांच के दौरान गंभीर लापरवाही उजागर हुई है, जिसके बाद स्थानीय स्तर पर पर्यवेक्षक को निलंबित करते हुए अन्य दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा विभाग मुख्यालय को भेजी गई है। इधर मामले की अलग से जांच के लिए व्यापम के सचिव भी रायगढ़ पहुंच गए हैं।
TET के परीक्षार्थी धनंजय चौहान ने परीक्षा केंद्र नंदेली में परीक्षा केंद्राध्यक्ष और ड्यूटी पर मौजूद शिक्षकों पर परीक्षा में नकल कराए जाने के गंभीर आरोप लगाए थे। उसने इसकी शिकायत कलेक्टर रायगढ़ व जिला शिक्षा अधिकारी रायगढ़ से भी की थी। अपने गृह ग्राम नंदेली के परीक्षा केंद्र में नकल कराए जाने की शिकायत के संज्ञान में आते ही उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने जिला शिक्षा अधिकारी आर.पी.आदित्य को सख्त जांच के निर्देश दिए, जिस पर डीईओ आदित्य ने परीक्षा केंद्र स्थल नंदेली पहुंच कर प्रकरण की गंभीरता से जांच शुरू की। सभी पक्षों का बयान और परिस्थितिजन्य साक्ष्य एकत्र करने के बाद DEO आदित्य द्वारा अपनी जांच पूरी कर रिपोर्ट कलेक्टर रायगढ़ को सौंपी गई। उन्होंने जांच में दोषी पाए जाने पर संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की अनुशंसा की।
इस जांच के दौरान ऑब्जर्वर उत्तरा कुमार सिदार को परीक्षार्थी का नकल प्रकरण, प्रोफार्मा-03 में तैयार किए जाने के बावजूद व्यापम छत्तीसगढ़ को जानकारी नहीं भेजने संबंधी कृत्य में संलिप्त होना पाया गया है। जिसके चलते कलेक्टर जिला रायगढ़ के द्वारा उत्तरा कुमार सिदार के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही किए जाने हेतु आयुक्त, उच्च शिक्षा विभाग, इंद्रावती भवन, अटल नगर नवा रायपुर को पत्र जारी किया गया है।
सबसे गंभीर बात यह है कि मदन कुमार पटेल (केंद्राध्यक्ष) द्वारा नकल प्रकरण बनाने एवं परीक्षा के दौरान पर्यवेक्षक बदलने आदि की जानकारी उच्चाधिकारियों को नहीं दी गई और ना ही नकल प्रकरण, जो प्रोफॉर्मा-3 में तैयार किया गया था, उसे पंजीबद्ध कर व्यापम छत्तीसगढ़ रायपुर को भेजा गया। केंद्राध्यक्ष मदन कुमार पटेल द्वारा तथ्य को छुपाते हुए नकल प्रकरण को दबाए जाने की पुष्टि होना पाया गया है। जिसे देखते कलेक्टर जिला रायगढ़ द्वारा मदन कुमार पटेल प्रभारी प्राचार्य/केंद्राध्यक्ष की एक वार्षिक वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोके जाने हेतु संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय नवा रायपुर को संबंधित पत्र जारी किया गया है।
पर्यवेक्षक सुनीता एक्का के खिलाफ कार्यवाही करते हुए कलेक्टर जिला रायगढ़ के द्वारा संचालक, लोक शिक्षण संचालनालय नवा रायपुर को संबंधित को तत्काल प्रभाव से निलंबित किए जाने हेतु पत्र भेजा गया है।शिकायत के मुताबिक पर्यवेक्षक सुनीता एक्का द्वारा परीक्षा के दौरान बार-बार परीक्षार्थी भुनेश्वर चौधरी एवं प्रियंका पटेल तथा संदिग्ध परीक्षार्थियों से बात करना, सामग्री का आदान प्रदान करना जो कि पर्यवेक्षक के कर्तव्य के विपरीत होने, जैसे कृत्य की पुष्टि होना पाया गया व इनके द्वारा नकल प्रकरण प्रोफार्मा-3 में हस्ताक्षर किए जाने के पश्चात भी बयान में जानकारी छुपाए जाने के कृत्य की पुष्टि हुई है।
जांच के बाद एक अन्य पर्यवेक्षक राजेंद्र पटेल, सहायक शिक्षक एलबी पर कार्यवाही करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी रायगढ़ द्वारा कलेक्टर के अनुमोदन पश्चात इन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। पर्यवेक्षक राजेंद्र पटेल के द्वारा परीक्षा के दौरान बार-बार परीक्षार्थी भुनेश्वर चौधरी व प्रियंका पटेल, संदिग्ध परीक्षार्थियों से बात करना, सामग्री का आदान प्रदान करने की पुष्टि होना व नकल प्रकरण प्रोफार्मा-3 के भराए जाने के पश्चात भी बयान में जानकारी छुपाए जाने जैसे कृत्य की पुष्टि होना पाया गया है।
बता दें कि परीक्षार्थी प्रियंका पटेल के द्वारा परीक्षा के दौरान अनुचित साधन का उपयोग करने के फलस्वरूप नकल प्रकरण प्रोफार्मा-3 बनाया गया, मगर इसे व्यापम मुख्यालय नहीं भेजा गया। जांच के बाद इसकी प्रति संलग्न कर संबंधित के विरुद्ध नकल प्रकरण अंतर्गत कार्यवाही किए जाने हेतु कलेक्टर जिला रायगढ़ के द्वारा सचिव, व्यवसायिक परीक्षा मंडल रायपुर को संबंधित के पत्र जारी किया गया है।
इस मामले में सबसे चौंकाने वाला खुलासा यह हुआ है कि भुनेश्वर चौधरी, जो कि जुलाई 2022 से उच्च वर्ग शिक्षक के पद पर जशपुर जिले में पदस्थ हैं, जिनके द्वारा पूर्व माध्यमिक TET परीक्षा-2019 में उत्तीर्ण कर लिया गया था, उनके द्वारा पुन: 2022 की टेट परीक्षा में सम्मिलित होने की आवश्यकता नहीं थी, बावजूद इसके द्वारा परीक्षा में सम्मिलित होकर उनके द्वारा परीक्षार्थी प्रियंका पटेल को नकल सामग्री प्रेषित किए जाने की पुष्टि हुई है। जिसके बाद जिला शिक्षा अधिकारी रायगढ़ द्वारा कलेक्टर के अनुमोदन से संयुक्त संचालक, शिक्षा संभाग सरगुजा एवं जिला शिक्षा अधिकारी, जशपुर को संबंधित के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही किए जाने हेतु पत्र जारी किया गया है।
प्रदेश सरकार के अधीन छत्तीसगढ़ व्यापम द्वारा प्रतियोगी परीक्षाओं का आयोजन किया जाता है। अरसे बाद इस परीक्षा में गड़बड़ी का मामला उजागर हुआ है, जिसे देखते हुए व्यापम के सचिव सुधीर उपरीत अपनी टीम के साथ रायगढ़ पहुंच गए हैं। उन्होंने रायगढ़ जिले में इस परीक्षा के संयोजक के अलावा DEO और स्थानीय तथा व्यापम के अधिकारियों के साथ मिलकर सभी पक्षों का बयान लेना शुरू कर दिया है। माना जा रहा कि एक-दो दिन के भीतर उनके स्तर पर जांच पूरी हो जाएगी। हालांकि जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा की गई जांच में सच्चाई काफी हद तक उजागर हो चुकी है, फिर भी इस परीक्षा में ऐसी क्या खामियां रह गईं जिसका लाभ परीक्षार्थियों द्वारा उठाया गया, इस पर व्यापम को गंभीर चिंतन करने की जरुरत है। ताकि आने वाले समय में परीक्षा की व्यवस्था में क्या सुधार किया जाये जिससे इस तरह की गड़बड़ी को रोका जा सके।
Hindi News के लिए जुड़ें हमारे साथ हमारे
फेसबुक, ट्विटर, यूट्यूब, इंस्टाग्राम, लिंक्डइन, टेलीग्राम, कू और वॉट्सएप, पर…