बिलास्पुर— पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने गुरूवार को बिलासागुडी़ में करोड़ों की ठगी का खुलासा किया है। कप्तान ने बताया कि एक शिकायत पर जांच के दौरान फर्जीवाड़ा कर लोगों को करोड़ों रूपयों की चपत लगाने वाले आरोपी को पकड़ा गया है। जांच पड़ताल के दौरान सामने आया कि आरोपी ने लोगों को झांसा देकर करीब 40 करोड़ रूपयों की ठगी को अंजाम दिया है। आईपीसी की धारा 420 467 468 471 के तहत गिरफ्तार कर आरोपी से पूछताछ हो रही है।
पुलिस कप्तान रजनेश सिंह ने खुलासा किया कि एक शिकायत पर जांच पड़ताल के दौरान करोड़ों रूपयों की ठगी करने का मामला सामने आया है। मामले में आरोपी विनायक कृष्णा रात्रे को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। विनायक रात्रे लोगों से रूपया दो से तीन गुना करने का झांसा देकर करोड़ों की वसूली किया है। लोगों से यह भी बताया कि वह लायसेंसधारी ब्रोकर है। किसी का रूपया नहीं डुबेगा। प्रति महीने निश्चित रकम भी देगा। पहले तो कुछ महीनों तक आरोपी ने सभी को रूपया दिया। लेकिन बाद में देना बन्द कर दिया। मामले मे शिकायत के बाद उषालता कंपलेक्स किम्स हॉस्पिटल के सामने साई कृष्णा इन्वेस्टमेट कार्यालय में पुलिस ने धावा बोला । कार्यालय से भारी मात्रा में दस्तावेज बरामद किया गया। फर्जीवाड़ा के पर्याप्त सबूत के बाद आरोपी विनायक रात्रे को भागने से पहले धर दबोचा गया।
पुलिस कप्तान ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी ने फर्जीवाड़ा का जुर्म कबूल किया है। आरोपी गुमस्ता लायसेंस बनाकर खुद को शेयर मार्केट का एजेन्ट बताता था। लोगों से बताया कि रूपया इन्वेस्ट करने के बाद सभी को दो से तीन गुना रकम वापस मिलेगा। लालच में आकर लोगों ने आरोपी के खाते में पैसा डाला। कई लोगों ने लोन लेकर दो गुना रकम पाने की लालच में आरोपी को रूपया दिया। इसमें कई शासकीय कर्मचारी भी शामिल हैं।
जांच पड़ताल और बरामद दस्तावेजों के आधार पर पता चला कि आरोपी ने साईं कृष्णा इन्वेस्टमेंट नाम की फर्जी कंपनी का संचालन करता है। उसके पास सिर्फ गुमस्ता लायसेंस है। कम्पनी का रजिस्ट्रेशन भी नहीं है। लोगों से रूपया लेते समय आनंद रात्रे, शानू खान का ब्रोकर लाइसेंस दिखाता था। रूपया लेते समय सभी से कहता कि शेयर मार्केट में लगाकर प्रतिमाह फिक्स रिटर्न भी दिया जाएगा।
पुलिस कप्तान ने बताया कि आरोपी ने लोगों का पैसा अपनी आलीशान जिन्दगी पर खर्च किया। कई जगह जमीन खरीदा। शो रूम खोला है। साल 2021 से अब तक आरोपी ने करीब 40 करोड़ रूपयों का फर्जीवाड़ा किया है।